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Uttarakhand Panch Kedar: चतुर्थ केदार रुद्रनाथ धाम के कपाट खुले, 500 श्रद्धालु व हक-हकूकधारी बने साक्षी

Uttarakhand Panch Kedar चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट धार्मिक परंपरानुसार पूजा-अर्चना कर शनिवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। इसी के साथ अब छह माह तक भगवान ​शिव के मुख के दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे।

By Jagran NewsEdited By: Nirmala BohraPublished: Sat, 20 May 2023 08:01 AM (IST)Updated: Sat, 20 May 2023 08:01 AM (IST)
Uttarakhand Panch Kedar: चतुर्थ केदार रुद्रनाथ धाम के कपाट खुले, 500 श्रद्धालु व हक-हकूकधारी बने साक्षी
Uttarakhand Panch Kedar: चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट धार्मिक परंपरानुसार पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं।

संवाद सहयोगी गोपेश्वर: Uttarakhand Panch Kedar: चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट धार्मिक परंपरानुसार पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। कपाटोत्सव में 500 से अ​धिक श्रद्धालु, हक-हकूकधारी साक्षी बने हैं। इसी के साथ अब छह माह तक भगवान ​शिव के मुख के दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे। रूद्रनाथ मंदिर को फूलों से सजाया गया है।

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शनिवार की सुबह पुजारी जनार्दन प्रसाद तिवारी की अगुवाई में श्रद्धालु नारद कुंड में स्नान कर भगवान रुद्रनाथ के जला​भिषेक के लिए जल लाए। सुबह 6.10 मिनट पर पुजारी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ रुद्रनाथ मंदिर के कपाट खोले। कपाट खुलने के साथ भोलेनाथ के अ​भिषेक के बाद बुग्याली फूलों से श्रृंगार हुआ। फिर आम श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पूजा अर्चना की।

पांडवों को ​शिव ने मुख के दर्शन दिए थे

मान्यता है कि ​शिव के मुख के दर्शन भारत में एकमात्र चतुर्थ केदार रुद्रनाथ धाम में होते हैं। शास्त्र मान्यता है कि रुद्रनाथ में स्वर्गारोहणी यात्रा पर जा रहे पांडवों को ​शिव ने मुख के दर्शन दिए थे। रुद्रनाथ की यात्रा दुर्गम मानी जाती है। गोपेश्वर के मंडल-चोपता हाईवे पर तीन किमी की दूरी तय कर सगर गांव से रुद्रनाथ की 19 किमी पैदल यात्रा शुरू होती है।

इस यात्रा में पनार सहित अन्य मखमली बुग्याल, बर्फ से आच्छादित पर्वत श्रृंखला देखते ही बनती है। केदारनाथ वन्य जीवप्रभाग क्षेत्र में होने के चलते यहां पर दुर्लभ कस्तूरा मृग, स्नो लेपर्ड, भालू आदि वन्य जीव अपने प्राकृतिक आवास में विचरण करते हुए दिख सकते हैं। इस धार्मिक यात्रा में सगर गांव से घोडे़-खच्चर भी उपलब्ध हैं। इन दिनों इस यात्रा मार्ग पर पितृधार से आगे बर्फ भी जमी हुई है।

हालांकि रुद्रनाथ धाम में मंदिर के आसपास बर्फ नहीं है। रुद्रनाथ भगवान गुफा में विराजमान हैं। इस गुफा को मंदिर का आकार दिया गया है। कपाट खुलने के अवसर पर सेवानिवृत्त कर्नल डीएस बर्त्वाल, मनोज तिवारी, मनोज बिष्ट, संदीप रावत सहित कई लोग उपस्थित थे। श्रद्धालुओं के लिए भंडारा भी लगाया गया।


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