इस बार अधिक बर्फबारी हुई तो औली में होंगे सेफ विंटर गेम्स
यदि इस बार औली की प्राकृतिक ढलानों में दिसंबर और जनवरी में अच्छी बर्फबारी हो जाती है, तो उत्तराखंड विंटर गेम्स एसोसिएशन फिर साउथ एशियन विंटर गेम्स का आयोजन करेगी।
गोपेश्वर, चमोली [जेएनएन]: द्वितीय सेफ विंटर गेम्स के आयोजन को कसरत शुरू हो गई है। फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्कीइंग संस्था (फिस) की नजर शीतकालीन खेलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय डेस्टीनेशन औली पर टिकी है। यदि इस बार औली की प्राकृतिक ढलानों में दिसंबर और जनवरी में अच्छी बर्फबारी हो जाती है, तो उत्तराखंड विंटर गेम्स एसोसिएशन फिर साउथ एशियन विंटर गेम्स का आयोजन करेगी।
औली में 1400 मीटर लंबे प्राकृतिक स्की ढलानों पर वर्ष 2010-11 में सेफ विंटर गेम्स हो चुके हैं। औली में समय पर बर्फबारी के साथ अन्य मूलभूत सुविधाएं मिल जाती हैं, तो औली को दोबारा किसी बड़े अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ङ्क्षवटर गेम्स की मेजबानी मिलेगी।
औली अंतर्राष्ट्रीय शीतकालीन पर्यटन नगरी है। साथ ही यह विंटर गेम्स के लिए पूरे भारत की सबसे पसंदीदा जगह है। यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्कीईंग प्रतियोगिता के आयोजन के लिए हर प्रकार की सुविधाएं मौजूद हैं।
विंटर गेम्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व आइएएस एसएस पांगती ने दूरभाष पर बातचीत में बताया कि औली में इस बार अच्छी बर्फबारी की आस जगी है। इसे लेकर विंटर गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया सहित प्रदेश के शीतकालीन खेल महासंघ ने मिलकर प्रदेश सरकार को औली में नेशनल जूनियर विंटर गेम्स सहित द्वितीय सेफ विंटर गेम्स के आयोजन का प्रस्ताव सरकार के समक्ष रखा है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने हरसंभव मदद की बात कही है। ऐसे में इन खेलों के लिए पहले चरण का रोड मैप तैयार करने के बावत विंटर गेम्स एसोसिएशन ने कमर कस ली है।
यह भी पढ़ें: अजीत सिंह रावत को उत्तराखंड की अंडर-23 क्रिकेट टीम की कमान
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के शटलर चिराग सेन ने जीता बैडमिंटन एकल वर्ग का खिताब
यह भी पढ़ें: सिटी यंग्स व 21 मद्रास रेजीमेंट की टीम फुटबाल के सेमीफाइनल में