Move to Jagran APP

नीती घाटी में गमशाली तक खुला हाईवे, दस फीट से ऊंचे हिमखंड बने हुए हैं चुनौती

सीमा सड़क संगठन बर्फ को हटाकर हाईवे को खोलने के काम में जुटा हुआ है। अभी मलारी से लेकर गमशाली तक 14 किमी क्षेत्र से हिमखंड काटकर मार्ग को दुरुस्त किया जा चुका है।

By Edited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 03:01 AM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 07:14 PM (IST)
नीती घाटी में गमशाली तक खुला हाईवे, दस फीट से ऊंचे हिमखंड बने हुए हैं चुनौती
नीती घाटी में गमशाली तक खुला हाईवे, दस फीट से ऊंचे हिमखंड बने हुए हैं चुनौती

गोपेश्वर, जेएनएन। नीती घाटी में शीतकाल के दौरान जबर्दस्त बर्फबारी हुई है। गमशाली गांव और उससे आगे दस फीट तक बर्फ अब भी जमी हुई है। सीमा सड़क संगठन बर्फ को हटाकर हाईवे को खोलने के काम में जुटा हुआ है। अभी तक मलारी से लेकर गमशाली तक 14 किमी क्षेत्र से हिमखंड काटकर मार्ग को दुरुस्त किया जा चुका है। अब यहां से नीती तक पांच किमी क्षेत्र में बर्फ हटाया जाना शेष है। बीआरओ का दावा है कि जल्द नीती तक हाईवे को खोल दिया जाएगा। 

loksabha election banner

नीती घाटी सामरिक लिहाज से महत्वपूर्ण है। यह घाटी चीन सीमा से लगी हुई है। सीमा की सुरक्षा के लिए नीती घाटी की विभिन्न चौकियों में आइटीबीपी व सेना के जवानों की वर्षभर तैनाती रहती है। अक्टूबर-नवंबर माह में जब इस घाटी में बर्फबारी शुरू होती है तो नीती घाटी के दर्जनभर गांवों के लोग माइग्रेशन कर निचले स्थलों पर आ जाते हैं। मई माह में बर्फ पिघलने के बाद फिर से बार्डर से सटे गांवों के लोग नीती घाटी में प्रवास के लिए जाते हैं। 

इस दौरान भी सेना और आइटीबीपी बार्डर पर मुस्तैद रहती है। बर्फबारी से पहले ही सीमा चौकियों पर राशन समेत अन्य सामग्री पहुंचाई जाती है। इस साल शीतकाल में नीती घाटी में भी जमकर बर्फबारी हुई है। मलारी से आगे भारी भरकम हिमखंड अभी भी जमे हुए हैं। यहां हुई बर्फबारी नीती घाटी की सुंदरता को चार चांद लगा रही है। वर्तमान में सीमा सड़क संगठन ने नीती घाटी में नीती हाइवे को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। मलारी से लेकर गमशाली गांव तक 14 किमी क्षेत्र में भारी भरकम हिमखंडों को काटकर हाईवे को दुरुस्त किया जा रहा है। हालांकि गमशाली से आगे नीती तक कई स्थानों पर दस फीट से अधिक बर्फ व भारी भरकम हिमखंड अभी भी बीआरओ के लिए चुनौती बने हुए हैं। हाईवे से बर्फ हटाने के बाद क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत भी की जानी है। ताकि मई माह में नीती घाटी के ग्रामीण अपने गांवों में पहुंच सकें। सीमा सड़क संगठन के कमांडर एसएस मक्कड़ का कहना है कि नीती घाटी में हाईवे से बर्फ हटाने का कार्य जोर शोर से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल्द नीती तक हाइवे से बर्फ हटाकर आवाजाही चालू कर दी जाएगी।

यह भी पढ़ें: भारी बारिश से घरों में घुसा मलबा, दहशत में आकर महिला बेहोश

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में आंधी के साथ ओले गिरने की आशंका, अलर्ट जारी

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में फिर बदलेगा मौसम, पांच जिलों में ओलावृष्टि का अलर्ट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.