एसडीएम क्यों, डीएम साहब के पास चले जाओ
गैरसैंण में पेयजल व्यवस्था दुरूस्त करने की गुहार लगाने जलसंस्थान कार्यालय पहुंचे नगरवासी वहां मौजूद जलकर्मी का जबाब सुनकर दंग रह गए।
संवाद सूत्र, गैरसैंण/कर्णप्रयाग :
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पा रही है। सोमवार को गैरसैंण नगर पंचायत के लंकाधार वार्ड के निवासी पेयजल समस्या को लेकर जलसंस्थान कार्यालय पहुंचे। जहां सक्षम अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं थे। कार्यालय में मौजूद फीटर चंद्रपाल की बहानेबाजी पर उपजिलाधिकारी गैरसैंण कौस्तुभ मिश्र से शिकायत करने की बात कही। इस पर फीटर का कहना था कि एसडीएम क्यों, डीएम साहब के पास चले जाओ। वार्ड वासी फीटर का ऐसा जवाब सुनकर हैरान रह गए।
पेयजल लाइन कर्मी की कार्यप्रणाली से नाराज उपभोक्ताओं ने इसके बाद उपजिलाधिकारी गैरसैंण कौस्तुभ मिश्र से शिकायत कर जलापूर्ति सुनिश्चित करने की गुहार लगाई। उपजिलाधिकारी ने उपभोक्ताओं की समस्याओं को सुनते हुए शीघ्र व्यवस्था में सुधार का आश्वासन दिया। इस मौके पर पुष्कर सिंह रावत, मोहन राम, राकेश नेगी, गीता देवी, अवतार सिंह, विनोद आदि मौजूद रहे। इनसेट
कर्णप्रयाग में जलसंकट बरकरार
कर्णप्रयाग : नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग में जलसंकट गहराने लगा है। जलसंस्थान अधिकारियों की माने तो ऑलवेदर कटिंग के चलते चट्टवापीपल पेयजल योजना का पाइप टूट जाने से देवतोली में जलसंकट है। नगर क्षेत्र के मुख्य बाजार, कर्णमंदिर परिसर, पंप परिसर में बीते सप्ताह से अनियमित पेयजल आपूर्ति बाबत कई बार उपभोक्ता जलसंस्थान अधिकारियों व कर्मचारियों से शिकायत कर चुके है। लेकिन, समस्या जस की तस है। ग्रीष्मकाल में जलसंकट से क्षेत्रवासी परेशान रहे। लेकिन, इस बार ठंड का मौसम शुरू होते ही समस्या गहराने लगी है। जबकि नगर क्षेत्र के लिए दो साल पूर्व 9.67 करोड़ की लागत से तैयार लिफ्ट पेयजल योजना कालेश्वर का लाभ बड़ी आबादी को नही मिल पा रहा है। पुरानी पेयजल योजना घटगाड़ व चट्टवापीपल योजना से बिना फिल्टर के उपभोक्ताओं को पेयजल आपूर्ति की जा रही है। इस संबंध में जलसंस्थान के सहायक अभियंता एस. बिष्ट ने कहा कि सड़क चौड़ीकरण के चलते पेयजल आपूर्ति बाधित हुई। जल्द वैकल्पिक व्यवस्था के जरिये आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।