एनडीआरएफ की जांबाजी से संभव हो पाया रेस्क्यू
बदरीनाथ हाईवे पर ऑलवेदर रोड निर्माण के दौरान खोदी गई सड़क पर पहुंचाया।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: बदरीनाथ हाईवे पर ऑलवेदर रोड निर्माण के दौरान खोदी गई सड़क व पहाड़ियां दुर्घटना का कारण बन रही हैं। आए दिन हाईवे पर हादसे हो रहे हैं। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल की कार दुर्घटना को लेकर भी दुर्घटना स्थल के आसपास हाईवे चौड़ीकरण के कार्य को वजह माना जा रहा है। दुर्घटना के बाद एक बार फिर रेस्क्यू तंत्र को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
शनिवार की रात को ग्रामीणों ने वाहन गिरने का अंदाजा लाइट से लगाकर पुलिस को सूचना दे दी थी, लेकिन पुलिस रविवार दोपहर तक यह तय नहीं कर पाई थी कि यहां दुर्घटना हुई भी है या नहीं। हालांकि एनडीआरएफ के सर्च आपरेशन के बाद कार दुर्घटना को लेकर स्थिति स्पष्ट हो पाई। एनडीआरएफ ने रेस्क्यू के लिए चट्टान से शवों को लाने में असमर्थता जताने के बाद रणनीति बनाई कि अलकनंदा नदी के दूसरी छोर से दुर्घटना स्थल की साइड को आकर रेस्क्यू किया जाएगा। अलकनंदा नदी को पार करने के लिए नाव का इंतजाम नहीं होने के बाद रस्सियों के सहारे नदी पार कर एनडीआरएफ के जवान मौके तक पहुंचे और दोपहर तक शवों को निकालकर सड़क तक पहुंचाया। स्थानीय निवासियों में आक्रोश है कि हाईवे पर चौड़ीकरण काम के दौरान जगह-जगह मलबा फेंका गया है। कई नए भूस्खलन जोन भी उभर आए हैं, जिनके स्थाई ट्रीटमेंट के लिए कोई काम नहीं हुआ है। ऐसे में हाईवे का सफर खतरों भरा साबित हो रहा है। भनीरपाणी चाड़ा क्षेत्र का एक किलोमीटर हिस्सा दुर्घटना के लिए अति संवेदनशील है। यहां पर पूर्व में भी कई दुर्घटनाएं घट चुकी है। लेकिन हाईवे पर सड़क सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं।