भरत ने राम को चुना, तानिया ने भरत को
चमोली जिले में चीन सीमा से लगे जोशीमठ विकासखंड का पैनी गांव में इन दिनों रामलीला का आयोजन हो रहा है।
जोशीमठ(चमोली), [रणजीत सिंह रावत]: चमोली जिले में चीन सीमा से लगे जोशीमठ विकासखंड का पैनी गांव। तकरीबन 700 की आबादी वाले इस गांव में इन दिनों रामलीला का मंचन चल रहा है। वैसे रामलीला का मंचन तो इस गांव में पिछले 36 साल से हो रहा है, लेकिन पहली बार कोई नवयुवती इसमें अभिनय कर रही है। वह भी किसी महिला पात्र का नहीं, बल्कि भरत का। इसलिए नहीं कि उसे अभिनय का शौक है, बल्कि इसलिए कि
वह भरत का अपना आदर्श मानती है। 16 वर्षीय इस नवयुवती का नाम है तानिया बिष्ट।
कहती है, भरत को राम और राज्य में से किसी एक का चुनाव करना था। भरत ने राम को चुना, प्रेम को गले लगाया। राम को छोड़ राज्य को पाना, प्रेम को फेंककर पद को हथियाना माता कैकेयी की कृपा से भरत के लिए बहुत आसान था, मगर भरत ने आसान मार्ग नहीं अपनाया। इसीलिए मैंने सीता की जगह भरत की भूमिका को चुना। इसमें परिवार और गांव का मुझे पूरा सहयोग मिल रहा है।
ब्लाक मुख्यालय जोशीमठ से सात किमी दूर स्थित पैनी गांव में खेती समेत घरेलू कार्यों में व्यस्त रहने के कारण महिलाएं सार्वजनिक कार्यों में भागीदारी नहीं कर पाती। लेकिन, तानिया ने परंपरा में चले आ रहे इस मिथक को तोड़ते हुए जब रामलीला में अभिनय करने की इच्छा परिजनों के सामने रखी तो उन्हें सहसा उसकी बात पर यकीन नहीं हुआ। हालांकि, तानिया का मंतव्य समझ में आने पर उन्होंने उसे सहर्ष अभिनय की अनुमति दे दी। गांव वाले भी उसके फैसले से काफी खुश हुए। इतना ही नहीं, तानिया के अभिनय की भी वे खुले दिल से प्रशंसा कर रहे हैं।
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जोशीमठ में 11वीं की छात्रा तानिया विद्यालय की ओर से आयोजित होने वाले सांस्कृतिक क्रियाकलापों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेती है। बकौल तानिया, 'मेरी इच्छा थी कि रामलीला में मुझे राम अथवा भरत के पात्र का अभिनय करने का मौका मिले। दोनों ही मेरे आदर्श हैं। लेकिन, राम की भूमिका विस्तृत एवं गूढ़ होने के कारण रामलीला कमेटी ने मुझे भरत की भूमिका ऑफर की। मुझे इस भूमिका में आत्मिक आनंद आ रहा है।' तानिया कहती है कि भरत जैसा भाई संसार में कोई दूसरा नहीं हुआ। इसीलिए राम हनुमान से कहते हैं, 'तुम मम प्रिय भरत सम भाई' यानी हनुमान उन्हें भरत जितने प्रिय हैं।
मिथक तोड़ आगे आई तानिया
तानिया जोशीमठ ब्लॉक की पहली युवती है, जिसे रामलीला में अभिनय करने का मौका मिला। पूरे विकासखंड में आज तक किसी भी युवती ने रामलीलाओं में अभिनय नहीं किया। जोशीमठ के ब्लॉक प्रमुख प्रकाश रावत बताते हैं कि खेती के कार्यों से फुर्सत मिलने के कारण पहाड़ के कई गांवों में इन दिनों रामलीला का मंचन किया जा रहा है। तानिया के निर्णय की सराहना करते हुए वह कहते हैं पहाड़ की बेटियों ने हर मौके पर स्वयं को साबित कर दिखाया है।
माता-पिता का बढ़ाया मान
तानिया भाई-बहनों में दूसरे नंबर की है। भाई उससे बड़ा है, जबकि बहन छोटी। उसके पिता लक्ष्मण सिंह बिष्ट वर्तमान में ग्रामसभा पैनी के प्रधान हैं, जबकि माता कमला देवी गृहणी। दोनों ही चाहते हैं कि उनके बच्चे सामाजिक बदलाव का पर्याय बनें। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट भी तानिया की सोच के कायल हैं।
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