बदरीनाथ यात्रा शुरू कराने को लेकर प्रदर्शन
श्री बदरीनाथ धाम की यात्रा शुरू कराने की मांग को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन जारी है। बदरीनाथ धाम में व्यापारियों तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय निवासियों ने जुलूस निकालकर विरोध दर्ज किया। पांडुकेश्वर में भी ग्रामीणों ने सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर तत्काल यात्रा शुरू कराने की मांग की है। वहीं उत्तरकाशी में भी होटल एसोसिएशन की ओर से चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर प्रदर्शन किया गया।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: श्री बदरीनाथ धाम की यात्रा शुरू कराने की मांग को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन जारी है। बदरीनाथ धाम में व्यापारियों, तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय निवासियों ने जुलूस निकालकर विरोध दर्ज किया। पांडुकेश्वर में भी ग्रामीणों ने सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर तत्काल यात्रा शुरू कराने की मांग की है। वहीं उत्तरकाशी में भी होटल एसोसिएशन की ओर से चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर प्रदर्शन किया गया।
चारधाम यात्रा पर 18 अगस्त तक रोक लगा दी गई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सरकार चारधाम यात्रा के पक्ष में नहीं है। यात्रा शुरू न होने से सैकड़ों व्यक्तियों के हाथ से रोजगार छिन गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यात्रा शुरू न होने के चलते कई ग्रामीणों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। तीर्थ पुरोहितों, व्यापारियों व बामणी, माणा के ग्रामीणों ने बदरीनाथ धाम में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। दूसरी ओर बदरीनाथ के यात्रा पड़ाव पांडुकेश्वर में भी ग्रामीणों ने यात्रा शुरू कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। हक-हकूकधारियों का कहना है कि दो साल से चारधाम यात्रा न चलने से उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई है, जबकि 90 प्रतिशत व्यक्तियों की रोजी-रोटी चारधाम यात्रा पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर उत्तराखंड में सभी पर्यटक स्थल पर्यटकों से गुलजार हैं। वहीं सरकार ने चारधाम यात्रा बंद कर रखी है। हक हकूकधारियों ने जोशीमठ में एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा। केदारधाम होटल एसोसिएशन ने जताई नाराजगी
फाटा: चारधाम यात्रा शुरू न होने पर केदारधाम होटल एसोसिएशन ने नाराजगी व्यक्त की है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि शीघ्र चारधाम यात्रा को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया जाता तो उन्हें आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। होटल एशोसिएशन के सचिव नितिन जमलोकी ने सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार हाईकोर्ट के समक्ष मजबूती के साथ पैरवी नहीं कर पा रही है। कहा कि केदारघाटी के व्यवसायी यात्रा पर निर्भर हैं, लेकिन पिछले दो वर्षों से यात्रा का संचालन न होने से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। कहा कि अब प्रदेश में समस्त पर्यटन गतिविधियां शुरू करने के साथ साथ सरकार ने अगस्त से स्कूल खोलने की भी तैयारियां कर दी है, लेकिन चारधाम यात्रा शुरू होने से होटल व्यवसायियों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। उन्हें बैंकों के ऋण के साथ ही बिजली व पानी के बिलों को भरने में दिक्कतें उठानी पड़ रही है।(संसू)