Move to Jagran APP

बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया हुई शुरू

हिंदुओं की आस्था का केंद्र बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई। परिक्रमा स्थल पर गणेश मंदिर के कपाट पूजा अर्चना के बाद बंद कर दिए गए।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 15 Nov 2017 12:48 PM (IST)Updated: Wed, 15 Nov 2017 09:31 PM (IST)
बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया हुई शुरू
बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया हुई शुरू

बदरीनाथ, [जेएनएन]: बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कपाटबंदी की प्रक्रिया के पहले दिन भगवान गणेश जी के कपाट बंद किए गए। कपाटबंदी से पहले श्रद्धालुओं ने भगवान गणेश की पूजा अर्चना की। इस पूजा अर्चना में स्थानीय लोगों के अलावा देशी विदेशी श्रद्धालु भी मौजूद रहे।

prime article banner

बदरीनाथ धाम के कपाट इस साल 19 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। कपाटबंदी की प्रक्रिया बुधवार से बदरीनाथ धाम में शुरू हो गई है। पहले दिन भगवान गणेश जी के कपाट बंद किए गए। बुधवार को प्रात: भगवान बदरी विशाल की अभिषेक व महाभिषेक पूजाओं के साथ साथ बाल भोग पूजा मुख्य पुजारी ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी द्वारा की गई। उसके बाद गणेश मंदिर के कपाट बंद करने की प्रक्रिया चालू हुई। मंदिर परिक्रमा परिसर में स्थित भगवान श्री गणेश जी के मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना की गई। उसके बाद रावल द्वारा गणेश जी के मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए गए।

रात्रि को होंगे कपाट बंद

पंच पूजाओं के शुरू होने के साथ ही श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। श्री बदरीनाथ धाम में कपाट बंदी के अवसर पर इस वर्ष मंदिर को 15 क्विंटल गेंदा व जूही, चमेली के फूलों से सजाया जाएगा। श्री बदरीनाथ धाम में 17 सालों में यह पहला मुहूर्त है कि रात्रि अंधेरे में भगवान बदरी विशाल के कपाट बंद होंगे। 

यह भी पढ़ें: देश के अंतिम गांव माणा में शुरू हुआ गुराऊ मेला


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.
OK