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बर्फबारी बनी ग्रामीणों के लिए मुसीबत, प्रशासन मौन

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: चमोली जिले में लगातार हो रही बर्फबारी से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए मुसी

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 06:50 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 06:50 PM (IST)
बर्फबारी बनी ग्रामीणों के लिए मुसीबत, प्रशासन मौन
बर्फबारी बनी ग्रामीणों के लिए मुसीबत, प्रशासन मौन

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: चमोली जिले में लगातार हो रही बर्फबारी से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए मुसीबत बन गई है। जिले के डुमक कलगोठ क्षेत्र में भारी बर्फबारी के बाद पैदल मार्ग बंद हो गए हैं और ग्रामीण जैसे-तैसे राशन-पानी का जुगाड़ कर रहे हैं। हालात ऐसे ही रहे तो इन गांवों में खाद्यान्न का संकट भी खड़ा हो सकता है। हैरत देखिए कि यह सब जानते हुए भी प्रशासन ने अब तक ग्रामीणों की सुध नहीं ली है।

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जिले में रुक-रुककर बर्फबारी का दौर जारी है। जिससे सुदूरवर्ती गांव डुमक, कलगोठ के पैदल रास्तों पर बर्फ की तीन फीट से अधिक मोटी परत जम गई है। ग्रामीण जैसे-तैसे बर्फ के बीच से ही जान जोखिम में डालकर जरूरी कामकाज निपटा रहे हैं। चारा-पत्ती एकत्रित करने के लिए भी जंगलों में जाना मुश्किल हो गया है। जिले के पाणा ईराणी क्षेत्र में भी बर्फबारी के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। यहां भी पैदल मार्ग चलने लायक नहीं रहे।

झींझी निवासी राजेंद्र ¨सह ने बताया कि प्रशासन बर्फबारी प्रभावित इलाकों की लगातार अनदेखी कर रहा है। बर्फबारी प्रभावित गांवों में सुविधाएं जुटाने को लेकर सिर्फ कोरी बातें हो रही हैं। उधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि बर्फबारी प्रभावित गांवों में राशन की कोई कमी नहीं है। पैदल मार्गों से बर्फ हटाने के लिए भी प्रशासन की ओर से संबंधित विभागों को निर्देश दे दिए गए हैं।


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