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विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली में शीतकालीन खेल की तैयारियां शुरू

विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली में हालिया बर्फबारी के बाद शीतकालीन खेलों के आयोजन की उम्मीदें बढ़ गई हैं। जनवरी 2019 में औली में राष्ट्रीय खेलों के का आयोजन प्रस्तावित है।

By BhanuEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 01:51 PM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 01:51 PM (IST)
विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली में शीतकालीन खेल की तैयारियां शुरू
विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली में शीतकालीन खेल की तैयारियां शुरू

गोपेश्वर, [जेएनएन]: विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली में हालिया बर्फबारी के बाद शीतकालीन खेलों के आयोजन की उम्मीदें बढ़ गई हैं। इस सीजन में औली में लगातार दो बार बर्फ गिर चुकी है। जनवरी 2019 में औली में राष्ट्रीय खेलों के आयोजन की तिथि भी प्रस्तावित की गई है। अगर मौसम ऐसा ही रहा और बर्फबारी होती रही तो औली में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन समय पर हो सकता है।

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शीतकालीन खेलों में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से खिलाड़ी आते हैं। देशी-विदेशी पर्यटक भी बर्फबारी के बाद औली पहुंचते हैं। शीतकालीन खेलों से प्रत्येक वर्ष स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त होता है। होटल, मोटल, रेस्टोरेंट समेत अन्य व्यवसायों के जरिये सैकड़ों लोग इस दौरान रोजगार प्राप्त करते हैं। 

इस बार जनवरी 2019 में औली की अंतर्राष्ट्रीय स्की ढलानों पर राष्ट्रीय जूनियर स्कीइंग खेलों का आयोजन प्रस्तावित किया गया है। इसके अलावा सेफ गेम्स की तैयारियों में भी विंटर गेम्स फेडरेशन जुटा है। इसके लिए फेडरेशन के अधिकारी औली पहुंचकर स्लोप का जायजा भी ले चुके हैं। 

वैसे तो औली में हाल ही में लगातार दो बार बर्फबारी हो चुकी है। हालांकि अब मौसम साफ है, मगर उम्मीद है कि इस साल यहां अच्छी बर्फ गिरेगी। औली में प्रस्तावित सेफ विंटर गेम्स के आयोजन को लेकर फेडरेशन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मौसम ऐसा ही रहा तो नवंबर अंत तक यहां पर कृत्रिम बर्फ बिछाने का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। 

विंटर गेम्स फेडरेशन के अधिकारियों के दौरे के बाद स्कीइंग के शौकीनों और स्कीयर्स में जबर्दस्त उत्साह है। इस बार तैयारियों में फेडरेशन खुद जबर्दस्त तरीके से लग गया है। इससे उम्मीद जगी है कि चार साल बाद औली में स्कीइंग खेल का आयोजन हो पाएगा। दरअसल, पिछले चार साल से कभी बर्फबारी न होने तो कभी कृत्रिम बर्फ बनाने वाली मशीन खराब होने के कारण औली की स्लोप बर्फ से नहीं ढक पाई। इससे बड़े स्तर के स्कीइंग खेलों का आयोजन भी नहीं हो पाया। 

विंटर गेम्स एसोसिएशन के अधिकारी हर्षमणि ब्यास का कहना है कि औली में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की स्कीइंग प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए हर प्रकार की सुविधाएं मौजूद हैं। 1400 मीटर के लंबे प्राकृतिक स्की स्लोप (ढलान) पर पहले भी साल 2010-11 में सेफ ङ्क्षवटर गेम्स का सफल आयोजन हो चुका है। ऐसे में इन खेलों के लिए पहले चरण के रोडमैप तैयार करने के बाबत ङ्क्षवटर गेम्स एसोसिएशन ने भी कमर कस ली है।

उन्होंने बताया कि फिलहाल औली में लगे कृत्रिम बर्फ बनाने के उपकरण सहित अंतर्राष्ट्रीय नंदा देवी स्कीइंग स्लोप को दुरुस्त करने, क्रॉस कंट्री रेस के स्लोप को बेहतर बनाने के लिए संस्था से बातचीत की जा रही है। ब्यास का कहना है कि हमने औली का स्थलीय निरीक्षण कर लिया है। यहां आर्टिफिशियल स्नो से लेकर तमाम उपकरणों को खरीदने के बाद अब स्की सलोप भी पूरी तरह से तैयार है। 

यहां राष्ट्रीय खेलों के साथ 2019 में अंतर्राष्ट्रीय खेल का आयोजन भी प्रस्तावित है। ङ्क्षवटर गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया सहित प्रदेश के शीतकालीन खेल महासंघ ने मिलकर प्रदेश सरकार को औली में नेशनल जूनियर विंटर गेम्स सहित द्वितीय सेफ ङ्क्षवटर गेम्स के आयोजन का प्रस्ताव सरकार के समक्ष रखा है, जिस पर सरकार ने भी हरसंभव मदद की बात कही है।

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