सदन में फिर उठा स्थायी राजधानी का मुद्दा
शीतकालीन सत्र में निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने का मुद्दा को उठाते हुए सरकार से गैरसैंण को राजधानी बनाने की मांग की।
गैरसैंण(चमोली), [राज्य ब्यूरो]: गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने का मुद्दा शीतकालीन सत्र में फिर से उठा। निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार से गैरसैंण को राजधानी बनाने की मांग की। सरकार ने इस मामले में राजधानी चयन आयोग की रिपोर्ट को आम राय से फिर से सदन में पेश करने का सुझाव दिया। सरकार पर गैरसैंण के मसले को घुमाने और स्पष्ट जवाब न देने का आरोप लगाते हुए विधायक प्रीतम पंवार ने वाकआउट कर दिया।
गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही निर्दलीय विधायक प्रीतम पंवार ने गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग करते हुए चर्चा की मांग उठाई। इस पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने इसे कार्य स्थगन के तहत नियम 58 की ग्राहयता पर सुनने के लिए स्वीकार किया। शाम को इस विषय पर चर्चा आरंभ करते हुए विधायक प्रीतम पंवार ने कहा कि राज्य गठन के 17 वर्षों बाद भी प्रदेश को स्थायी राजधानी नहीं मिल पाई है।
आंदोलनकारियोंने जिस प्रदेश के लिए यातनाएं झेली और कुर्बानी दी, वहां अभी तक स्थायी राजधानी का न बन पाना चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र एक अच्छा अवसर है जब गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित किया जा सकता है। सरकार की ओर से जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि राजधानी को लेकर राजधानी चयन आयोग का गठन किया गया था। आयोग ने सभी प्रदेशवासियों से राय लेकन चार खंडों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। हंगामे के चलते इस पर चर्चा नहीं हो पाई।
सरकार ने निर्णय लिया है कि साल में एक सत्र गैरसैंण में जरूर आयोजित किया जाएगा। सरकार सभी क्षेत्रों में आवश्यकता के अनुसार काम कर रही है। अगले पांच वर्षों में प्रदेश सुव्यवस्थित और विकसित राज्यों की श्रेणी में आ जाएगा। सरकार के इस जवाब पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि यदि भराड़ीसैण में एक ही सत्र चलाना है तो इसकी आवश्यकता नहीं है।
इसमें भारी खर्च आता है। सरकार को जनता की भावना के अनुरूप निर्णय लेना चाहिए। वहीं सरकार के उत्तर से असंतुष्ट होकर निर्दलीय विधायक प्रीतम पंवार ने सदन का से वॉकआउट कर दिया। सरकार का जवाब आने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इस सूचना को अग्राहय कर दिया।
पक्ष और विपक्ष साधे रहा चुप्पी
गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग पर जब चर्चा हो रही थी तो आश्चर्यजनक रूप से सत्ता पक्ष और विपक्ष इस मसले पर चुप्पी साधे रहा। विपक्ष की ओर से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने जरूर अपनी बात रखी।
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