शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद बोले, धैर्य ही दिलाएगा कोरोना महाव्याधि पर विजय
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का कहना है कि विश्वव्यापी महाव्याधि कोरोना पर हम धैर्य रखकर ही विजय प्राप्त कर सकते हैं।
By Edited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 04:59 PM (IST)Updated: Fri, 10 Apr 2020 06:01 PM (IST)
गोपेश्वर, जेएनएन। ज्योतिष और द्वारका-शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का कहना है कि विश्वव्यापी महाव्याधि कोरोना पर हम धैर्य रखकर ही विजय प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी से बचने के लिए औषधि रूपी हथियार न होने के कारण यह फिलहाल अपराजेय है। ऐसी स्थिति में धैर्य ही सबसे बड़ा इलाज है।
चमोली जिले गोपेश्वर में जारी एक विज्ञप्ति में शंकराचार्य ने कहा कि आज जिस तरह विदेशों में कोरोना से हा-हाकार मचा है, ऐसे में भारत ने इस महाव्याधि को अपने धैर्य और अनुशासन से काफी हद तक असरहीन किया है। यही वजह है कि भारत विश्वभर में आदर के नजरिए से देखा जा रहा है। उन्होंने देशवासियों का शारीरिक दूरी बनाए रखने के साथ-साथ घरों में ही रहकर इस बीमारी का मुकाबला करने का आह्वान किया। कहा कि जल्द ही वह समय आएगा, जब कोरोना का अंत होगा।
शंकराचार्य ने कहा कि हमारे शास्त्रों और आयुर्वेद में शरीर के निरोग रहने के असंख्य उपाए बताए गए हैं। यहां तक कहा गया है कि औषधि का अभाव हो तो विष्णु सहस्ननाम पाठ ही औषधि है। उन्होंने महारोग से उत्पन्न इस विपत्ति के समय में सामर्थ्यवान लोगों से जरूरतमंदों की मदद करने की भी अपील की। कहा जो स्थिति आती है, उसका जाना भी निश्चित है।
बेटे ने निकाला, पुलिस ने दिया सहारा
जिस बेटे से बुढ़ापे में सहारे की उम्मीद थी, उसी ने मारपीट की घर से निकाल दिया। ऐसे में पुलिस भगवान के रूप में आगे आई और बुजुर्ग को सुरक्षित उनकी बेटी के पास भिजवाया। मामला कोटद्वार कोतवाली की दुगड्डा पुलिस चौकी का है। गुरूवार को पुलिस को जानकारी मिली कि दुगड्डा-डाडामंडी रोड पर आमडाली के पास एक बुजुर्ग महिला सड़क किनारे बैठी है। पुलिस मौके पर पहुंची और अपने वाहन से महिला को दुगड्डा ले आई। पुलिस ने पूछा तो उन्होंने स्वयं को नाम शांति देवी (85 वर्ष) बताया।
बुजुर्ग का कहना था कि उनके लड़के ने उनसे मारपीट कर उन्हें घर से निकाल दिया। उनकी वह बैंक की पासबुक और अन्य कागजात भी छीन कर अपने पास रख लिए, जिनमें उनकी पेंशन आती थी। बुजुर्ग की दास्तां सुन दुगड्डा चौकी प्रभारी उप निरीक्षक ओमप्रकाश महिला को अपनी गाड़ी में बिठाकर बैंक ले गए और बैंक मैनेजर से निवेदन कर बुजुर्ग महिला के नाम पते के आधार पर खाता संख्या ज्ञात कर उनके खाते से उन्हें धनराशि निकलवा कर दिलवाई। तत्पश्चात उन्हें भोजन करवाया व हनुमंती क्षेत्र के राजस्व निरीक्षक से वार्ता कर बुजुर्ग के पुत्र के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। बाद में शांति देवी की इच्छा के अनुरूप पुलिस ने दुगड्डा से कार बुक कर उन्हें उनकी पुत्री ग्राम बांसी निवासी बीना देवी के घर भिजवा दिया।
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