अब देश के अंतिम गांव माणा भी पहुंच रहे श्रद्धालु
ठंड बढ़ने के कारण देश के अंतिम गांव माणा से ग्रामीणों के माइग्रेशन के चलते वहां लागू लॉकडाउन स्वत समाप्त हो गया है।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: ठंड बढ़ने के कारण देश के अंतिम गांव माणा से ग्रामीणों के माइग्रेशन के चलते वहां लागू लॉकडाउन स्वत: समाप्त हो गया है। ऐसे में बदरीनाथ धाम जाने वाले यात्री व पर्यटक अब माणा के दीदार को भी पहुंचने लगे हैं। विदित हो कि माणा के ग्रामीणों ने पूरे यात्राकाल के लिए गांव में लॉकडाउन घोषित किया था।
इस साल बदरीनाथ धाम में यात्रियों की आवाजाही तो लगातार जारी रही, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते यात्री व पर्यटक देश के अंतिम गांव माणा के दीदार को नहीं पहुंच पाए। इसकी वजह रही ग्रामीणों की ओर से पूरे यात्राकाल के लिए किया गया पूर्ण लॉकडाउन। ग्रामीणों ने माणा को कोरोना संक्रमण से पूरी तरह मुक्त रखने के लिए वहां बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया था। इसके लिए गांव के प्रवेश द्वार पर चौकीदार की तैनाती भी की गई थी।
अब जबकि, ठंड बढ़ने के कारण माणा के ग्रामीण निचले स्थानों की ओर माइग्रेट होने लगे हैं, तो वहां लागू लॉकडाउन भी निष्प्रभावी हो गया है। माणा के ग्राम प्रधान पीतांबर मोलफा ने बताया कि अब बदरीनाथ आने वाले यात्री व पर्यटक माणा गांव सहित भीम पुल, व्यास गुफा, गणेश गुफा, वसुधारा, सरस्वती नदी आदि के दीदार को भी पहुंच रहे हैं। बताया कि माणा से अधिकांश परिवार निचले स्थानों पर आ चुके हैं।