नंदा डोली बांक से ल्वांणी पहुंची
देवाल: लोकजात के वेदनी में समापन के बाद नंदा डोली वापस देवराड़ा के लिए सोमवार को बांक ग
देवाल: लोकजात के वेदनी में समापन के बाद नंदा डोली वापस देवराड़ा के लिए सोमवार को बांक गांव से लोहाजंग होते हुए मुंदोली, बगडीगाड के बाद रात्रि विश्राम के लिए ल्वांणी गांव पहुंची इस दौरान ग्रामीणों ने मां नंदा डोली की पूजा-अर्चना की और मां नंदा को नए अनाज का भोग लगाया। देवी के पुजारी मंशाराम गौड़ ने बताया कि भगवती मां नंदा का डोली छह माह देवराड़ा मायका मंदिर व छह माह कुरूड़ सिद्धपीठ प्रवास करता है। विभिन्न गांवों से होते हुए नंदा की डोली 23 सितंबर को देवराड़ा मंदिर में डोला विराजमान किया जाएगा।
सोमवार को नंदा डोली को बांक के ग्रामीणों ने लोहाजंग से मुंदोली से बगड़ीगाड पहुंचाया जहां भंडारा आयोजित हुआ, सोमवार सांय नंदा डोली रात्रि प्रवास के लिए ल्वांणी पहुंचा जहां ग्रामीणों ने देवी डोली का भव्य स्वागत किया।
सिमली: सिमली क्षेत्र के नाकोट, डिम्मर, सेनू, गैरोली, सिमली, रतूड़ा, खंडूरा, कोटी, सेमतोप में नंदाष्टमी पाती महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, इस मौके पर ग्रामीणों ने मां नंदा को नए अनाज का भोग अर्पित कर पूजा में भाग लिया।(संसू)