विस सत्र से पहले व्यवस्थाएं बनाने में जुटा प्रशासन
जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने भराड़ीसैंण में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर विधान सभा सत्र आयोजन को लेकर मौजूदा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने भराड़ीसैंण में सत्र के आयोजन के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करते हुए प्रत्येक महकमे को अपनी अपडेट रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने भराड़ीसैंण में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर विधान सभा सत्र आयोजन को लेकर मौजूदा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने भराड़ीसैंण में सत्र के आयोजन के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करते हुए प्रत्येक महकमे को अपनी अपडेट रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र भराड़ीसैंण में संभावित है। उन्होंने सभी विभागों को समय रहते सत्र की व्यवस्थाओं की कार्ययोजना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने लोनिवि, एनएच, ऊर्जा, जल संस्थान, पेयजल निगम और स्वास्थ्य आदि प्रमुख विभागीय अधिकारियों को सत्र के दौरान भराड़ीसैंण में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही विधानसभा भवन, सचिवालय, विधायक आवास, अधिकारियों व कर्मचारियों के आवास के लिए बिस्तर, फर्नीचर व अन्य जरूरी सामग्री की सूची तैयार करने को कहा। गौचर, भराड़ीसैंण, सलियाणा बैंड स्थित हेलीपैड सहित कर्णप्रयाग-गैरसैंण मोटर मार्ग को दुरुस्त करने, बर्फबारी की संभावना को देखते हुए एनएच को स्नोकटर व जेसीबी की व्यवस्था करने, सुरक्षा की दृष्टि से विधानसभा भवन सहित विभिन्न स्थानों पर बैरिके¨डग के प्वांइट चयनित करने, सत्र के दौरान 24 घंटे विद्युत एवं पेयजल आपूíत सुनिश्चित करने एवं विद्युत व पेयजल आपूíत वाधित होने पर वैकल्पिक व्यवस्था रखने को कहा। इसके अलावा गौचर, कर्णप्रयाग, सिमली और गैरसैंण स्थित सभी पेट्रोल पंपों पर ईंधन की आपूíत की व्यवस्था करने को कहा। दूरसंचार विभाग को विधानसभा भवन, सचिवालय, वीआइपी आवास, मीडिया सेल आदि प्रमुख स्थलों पर वाई-फाई एवं नेटवर्क की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। विधानसभा परिसर में सफाई व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मचारियों की तैनाती करने के निर्देश नगर पंचायत गैरसैंण को दिए गए। पुलिस प्रशासन को सुरक्षा कर्मियों के ठहरने एवं अन्य इंतजाम, भराड़ीसैंण में ठंड को देखते हुए वन निगम को पर्याप्त मात्रा में अलाव की व्यवस्था रखने को कहा।