Move to Jagran APP

रैणी में 11 दिन बाद खुला मलारी हाईवे, भापकुंड में बंद

संवाद सहयोगी गोपेश्वर भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला जोशीमठ-मलारी हाईवे रैणी में 11 दिन

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Jun 2021 07:12 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jun 2021 07:12 PM (IST)
रैणी में 11 दिन बाद खुला मलारी हाईवे, भापकुंड में बंद
रैणी में 11 दिन बाद खुला मलारी हाईवे, भापकुंड में बंद

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला जोशीमठ-मलारी हाईवे रैणी में 11 दिन बाद वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। हालांकि रैणी से 20 किमी भापकुंड के पास बीते एक सप्ताह से हाईवे क्षतिग्रस्त होने से सीमा क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। यहां सड़क अवरुद्ध होने के कारण सीमांत गांवों में 30 से अधिक वाहन फंसे हुए हैं। अब ग्रामीण वाहनों को सीमांत गांवों में ही छोड़कर पैदल आवाजाही कर निचले इलाकों की ओर आ रहे हैं।

prime article banner

बता दें कि बीती 14 मई को जोशीमठ-मलारी हाईवे पर रैणी में 40 मीटर सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके बाद रैणी के ग्रामीणों की भूमि और पंचायत भवन को काटकर 150 मीटर नई सड़क तैयार की गई है। सड़क की कटिग पूरी होने के बाद आवाजाही शुरू कर दी गई है। वहीं एक सप्ताह पूर्व बारिश से भापकुंड में मलबा और बोल्डर सड़क पर आने से हाईवे का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त पड़ा है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने सीमा क्षेत्र की ओर से मशीनें भेजकर मलबा तो साफ कर दिया है, लेकिन क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत बाकी है। सड़क टूटने से ग्रीष्मकालीन आवासों में विभिन्न कार्यों के लिए गए 30 से अधिक वाहन बाम्पा, गमशाली, नीति, फरकिया, कैलाशपुर, जुम्मा आदि गांवों में ही फंसे हैं। समय अधिक होने के चलते कई ग्रामीण वाहनों को सीमांत गांवों में ही छोड़कर भापकुंड और रैणी तक पैदल और यहां से वाहनों के जरिए निचले इलाकों में आ गए हैं।

---------

दूरसंचार और बिजली भी हुई गुल

बारिश के चलते सुरांईथोटा से आगे विद्युत सुविधा भी एक सप्ताह से ठप है। बताया जा रहा है कि बारिश से सीमांत गांवों में कई विद्युत पोल व तारें क्षतिग्रस्त हुई हैं। इससे एक सप्ताह से नीति, गमशाली, बाम्पा, फरकिया, द्रोणागिरी, कागा, गरपक समेत दर्जनभर से अधिक गांवों में बिजली गुल है। इन क्षेत्रों में हाल ही में जियो कंपनी की दूरसंचार सेवा चालू की गई थी, लेकिन इन दिनों दूरसंचार सेवा भी न होने के कारण सीमांत गांवों के ग्रामीण परेशान हैं। बाम्पा के पूर्व प्रधान धर्मेंद्र सिंह पाल का कहना है कि एक सप्ताह से बिजली व दूरसंचार सेवा ठप है। इससे काफी दिक्कत हो रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.