घंटाकर्ण मंदिर से नंदी कुंड को रवाना मां नंदा
जोशीमठ: उर्गम घाटी के घंटाकर्ण मंदिर से नंदा स्वनुल जात का शुभारंभ हो गया है। यह जात 1
By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 07:30 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 07:30 PM (IST)
जोशीमठ: उर्गम घाटी के घंटाकर्ण मंदिर से नंदा स्वनुल जात का शुभारंभ हो गया है। यह जात 19 सितंबर तक आयोजित होगी। जात का समापन नंदी कुंड में किया जाएगा।
नंदा देवी स्वनुल जात का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाता है। इस जात में उर्गम घाटी के विभिन्न गांवों के अलग-अलग देवी-देवताओं की 17 छंतोलियां शामिल होती हैं। शनिवार को सभी गांवों की छंतोलियां भर्की गांव के घंटाकर्ण मंदिर से नंदी कुंड के लिए रवाना हुई। जागरों के साथ नंदा की छंतोलियों को ग्रामीणों ने विदा किया। पहले दिन छंतोलियां भनाई बुग्याल में पहुंची। 30 किमी की पैदल यात्रा कर यह जात नंदी कुंड पहुंचेगी, जहां पर नंदा व स्वनुल को मायके पक्ष से बुलावा दिया जाएगा। इसके बाद जात का समापन होगा। (संसू)
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