लामबगड़ में दूसरे दिन भी बंद रहा बदरीनाथ हाईवे
चमोली जिले में मौसम के बदले मिजाज से दिक्कतें बढ गई हैं।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: चमोली जिले में मौसम के बदले मिजाज से दिक्कतें बढ़ गई हैं। बदरीनाथ हाईवे रविवार शाम से लामबगड़ में बंद है। यात्री जान जोखिम में डालकर भूस्खलन जोन से आवाजाही कर रहे हैं।
रविवार शाम साढे छह बजे लामबगड़ में भूस्खलन से बदरीनाथ हाईवे बाधित हो गया था। यहां पर बारिश के बाद पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा व बड़े बोल्डर आ गए। रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण लामबगड़ में हाईवे को खोलने के काम में दिक्कतें भी हो रही हैं। एनएच की ओर से मलबा, बोल्डर हटाने का काम जारी है। हालांकि सड़क बंद होने से यात्री बोल्डरों व मलबे के ऊपर से ही आवाजाही को मजबूर हैं। लामबगड़ में भूस्खलन के चलते सीमा क्षेत्र में जाने वाले सैन्य वाहन भी फंसे हुए हैं। वाहन खड़ा करने के बाद जवान भी यहां पर पैदल आवाजाही कर रहे हैं। रात्रिभर बारिश के चलते बदरीनाथ हाईवे पागलनाला, भनारपानी, काली मंदिर टंगणी व क्षेत्रपाल में भी बंद था, जो सुबह खोल दिया गया। जिले में बारिश के बाद नौ संपर्क सड़कें बंद पड़ी हैं। सड़कें बंद होने के कारण ग्रामीणों को आवाजाही में दिक्कतें हो रही है। ग्रामीण सड़कें बंद होने के कारण 28 से अधिक गांवों का संपर्क कटा हुआ है।
लगातार दूसरे दिन भी बाधित रहा गौरीकुंड हाईवे
वहीं गौरीकुंड के पास मुनकटिया में हाईवे मलबा व बोल्डर आने से दो दिनों से अवरुद्ध चल रहा है। यात्री पैदल ही यहां पर आवाजाही कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर फाटा कस्बे में हाईवे के समीप खड़िया-खाट गांव में बारिश के बाद हाईवे के नीचे स्थित मकान व दुकान खतरे की जद में आ गया है। रविवार को रातभर पहाड़ी से पत्थर गिरते रहे, जिससे लोग सो नहीं पाए। यहां हाईवे पर चौड़ीकरण कार्य चल रहा है।