भूस्खलन में ढह रही पेयजल योजनाओं की पाइप लाइन
संवाद सूत्र कर्णप्रयाग मानसून सीजन शुरू होते ही कर्णप्रयाग क्षेत्र में पेयजल योजनाओं के क्षतिग
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग : मानसून सीजन शुरू होते ही कर्णप्रयाग क्षेत्र में पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने का सिलसिला शुरू हो गया है। बीते सप्ताहभर में तहसील कर्णप्रयाग के दशोली क्षेत्र में भूस्खलन के चलते एक आवासीय भवन, छह से अधिक गौशाला व कुछ पैदल मार्गों के साथ ही 12 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
कर्णप्रयाग क्षेत्र में वर्षाकाल के शुरूआती दौर में ही लोगों की समस्याएं बढ़ने लगी हैं। बीते दो दिन से लंगासू, उत्तरों की क्षतिग्रस्त पेयजल योजना की मुख्य पाइप लाइन को ठीक करने में जलसंस्थान को पसीना बहाना पड़ा। जल संस्थान के अवर अभियंता जेएस बिष्ट ने बताया कि मंगलवार दोपहर बाद उत्तरों गांव में ठप पेयजल आपूर्ति को कर्मचारियों द्वारा बहाल कर दिया गया, वहीं लंगासू में सड़क से लगे भवनों को टैंकरों द्वारा पेयजल आपूर्ति की जा रही है। इसी तरह डिम्मर-टटासू पेयजल योजना के दो पाइप पानी के तेज बहाव व भूस्खलन के चलते बह जाने से आपूर्ति बाधित हो गई है। जबकि, कनखुल, खसाई पेयजल योजना भी भूस्खलन से बाधित हो गई है। इसी तरह मल्लाखेत, सेमराम कोटटी, सुनाली-कंडारा, जेंटी, कमेड़ा, खडगोली योजनाओं पर भी जगह-जगह मलबा व पत्थर आने से पानी उपभोक्ताओं तक नही पहुंच पा रहा है। जल संस्थान के पीटीए कर्मचारी व फीटर पेयजल लाइन सुचारु करने की व्यवस्था में जुटे हैं। दूषित जलापूर्ति से उपभोक्ता परेशान
बरसात के मौसम में नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग के उपभोक्ताओं को जल संस्थान शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रहा है। जिससे जलजनित रोगों का खतरा बना है। बीते दो दिन से लगातार जारी बारिश के चलते मंगलवार को अपर बाजार, मुख्य बाजार, अस्पताल परिसर में दूषित पेयजल आपूर्ति से लोग परेशान रहे। व्यापारी उमेश कुमार, सब्बल सिंह ने कहा की घटगाड़ पेयजल योजना पर चौंड़ली मोटर मार्ग का मलबा लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। हालांकि जल संस्थान द्वारा स्रोत पर गिर रहे मलबे से दूर पाइप जोड़ पेयजल व्यवस्था सुचारु रखने की कोशिश की है। लेकिन, बारिश शुरू होते हुए दूषित पानी को पीना क्षेत्रवासियों की मजबूरी बना है।