सेना के ध्रुव हेलीकॉप्टर ने की जोशीमठ में लैंडिंग, सीमा पर बढ़ी सैन्य वाहनों की आवाजाही
सेना के ध्रुव हेलीकॉप्टर ने चमोली जिले के जोशीमठ में लैडिंग की। बताया जा रहा है कि इससे सेना का साजो-सामान पहुंचाया गया है।
गोपेश्वर (चमोली), जेएनएन। उत्तराखंड में चीन से सटी सीमा पर सेना पूरी तरह से सतर्क है। इन दिनों सीमा पर बढ़ी हलचल के बीच सैन्य अधिकारियों की आवाजाही बनी हुई है। रविवार को सेना के ध्रुव हेलीकॉप्टर ने जोशीमठ में लैडिंग की। बताया जा रहा है कि इससे सेना का साजो-सामान पहुंचाया गया है।
उत्तराखंड में चीन से लगी 345 किलोमीटर सीमा में चमोली से सटा 88 किलोमीटर का बार्डर सर्वाधिक संवेदनशील है। चमोली की मलारी घाटी के बाड़ाहोती में चीनी सैनिकों की घुसपैठ होती रही है। इसी के मद्देनजर सीमा पर विशेष निगरानी की जा रही है। सेना पूरी तरह से मुस्तैद है और सीमा पर लगातार सैन्य वाहनों की आवाजाही देखी जा रही है।
रविवार को जोशीमठ के सेना के हेलीपैड पर उतरे ध्रुव हेलीकॉप्टर में साजो सामान के साथ ही उच्च अधिकारी भी थे। बताया जा रहा है कि जोशीमठ में उन्होंने अफसरों की बैठक ली और सीमा पर स्थिति की जानकारी हासिल की। इन दिनों बार्डर पर सेना के साथ ही आइटीबीपी के जवान मुस्तैद हैं। खुफिया विभाग को भी सक्रिय किया गया है।
उत्तरकाशी में चीन सीमा पर भरी वायु सेना के विमान ने उड़ान
उत्तरकाशी में वायुसेना के एक विमान ने चीन सीमा पर स्थित नेलांग घाटी के ऊपर से उड़ान भरी। इस दौरान विमान ने घाटी के ऊपर तीन चक्कर लगाए। स्थानीय लोगों में दिनभर यह चर्चा का विषय बना रहा।
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शुक्रवार सुबह वायुसेना के विमान ने नेलांग घाटी के ऊपर से उड़ान भरी। एक बाद एक तीन चक्कर लगाने के बाद विमान वापस चला गया। बताया जा रहा है कि विमान ने नेलांग घाटी का जायजा लिया। उत्तरकाशी के पास चिन्यालीसौड़ में हवाई पट्टी का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। वायुसेना और सेना पिछले दो साल से लगातार इस हवाई पट्टी पर परीक्षण करती रही है।
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