Joshimath Crisis: भवनों में दरारें स्थिर, प्रशासन ने प्रभावितों से किया किराये के भवन में जाने का अनुरोध
Joshimath Crisis प्रशासन अब राहत शिविरों में रहने वाले प्रभावितों से किराये के भवन में रहने का अनुरोध कर रहा है। प्रभावितों से किराये के सुरक्षित भवन ढूंढकर वहां जाने को कहा। हालांकि प्रभावितों ने उनकी बात मानने से इन्कार कर दिया।
संवाद सहयोगी, जोशीमठ: Joshimath Crisis: तहसील प्रशासन अब राहत शिविरों में रहने वाले प्रभावितों से किराये के भवन में रहने का अनुरोध कर रहा है। हालांकि प्रभावितों ने उनकी बात मानने से इन्कार कर दिया।
उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने गांधीनगर और छावनी बाजार स्थित तीन राहत कैंपों में जाकर प्रभावितों से बातचीत की। उन्होंने प्रभावितों से किराये के सुरक्षित भवन ढूंढकर वहां जाने को कहा।
मुआवजे को लेकर राय जानी
एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि राहत शिविर में जाकर प्रभावितों से किराये के भवनों में जाने के लिए बातचीत करने के साथ-साथ मुआवजे को लेकर उनकी राय जानी गई है। एसडीएम ने प्राथमिक विद्यालय सिंहधार का निरीक्षण कर शिक्षकों और छात्रों से भी बातचीत की। कहा कि फिलहाल भवनों में दरारों की स्थिति स्थिर है।
अभी तक राहत शिविरों से 53 परिवारों के 117 सदस्य किराये के भवनों में रहने चले गए हैं। इसके साथ ही 1172 प्रभावितों को 486.16 लाख की धनराशि वितरित की गई है।
शीतलहर को देखते हुए नगरपालिका जोशीमठ क्षेत्र के अंतर्गत 20 स्थानों पर नियमित रूप से अलाव जलाए जा रहे हैं। राहत शिविरों में प्रभावितों के लिए हीटर भी उपलब्ध कराए गए हैं।
1374 प्रभावितों का स्वास्थ्य परीक्षण
स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार प्रभावितों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। अब तक राहत शिविरों में रह रहे 1374 से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। प्रभावित क्षेत्रों में 122 पशुओं का परीक्षण और 200 पशु चारा बैग बांटे गए हैं।
डिस्मेंटलिंग का काम जारी
जोशीमठ में बदरीनाथ हाईवे पर कोतवाली के पास होटल माउंड व्यू और मलारी इन की डिस्मेंटलिंग का कार्य जारी है। मौसम साफ होने से कार्य में तेजी आई है। प्रशासन की टीम इन दो होटलों की दो मंजिलों की डिस्मेंटलिंग के साथ तीसरी मंजिल की दीवारों की भी डिस्मेंटलिंग कर दी गई है। अब छत तोड़ी जा रही है।