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प्रशासन की टीम ने किया क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों का निरीक्षण

प्रशासन की टीम ने सोमवार को कपीरी पट्टी के ग्वाड़ व सुखतोली-फलोटा-कोलाडुंग्री क्षेत्र में जाकर क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 11:00 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 06:12 AM (IST)
प्रशासन की टीम ने किया क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों का निरीक्षण
प्रशासन की टीम ने किया क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों का निरीक्षण

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: प्रशासन की टीम ने सोमवार को कपीरी पट्टी के ग्वाड़ व सुखतोली-फलोटा-कोलाडुंग्री क्षेत्र में जाकर क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों का निरीक्षण किया।

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नायब तहसीलदार कर्णप्रयाग गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि शनिवार को बारिश के चलते ग्वाड़ गांव की दो व सुखतोली- फलोटा की एक पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस पर प्रशासन की टीम ने मौके पर जाकर मुआयना किया गया है। पेयजल लाइन को काफी क्षति पहुंची है, जिसे दुरुस्त करने में अभी समय लग सकता है। फिलहाल ग्रामीणों को वैकल्पिक पेयजल स्रोतों से पानी मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है। वहीं, ग्वाड़ के पूर्व प्रधान रणवीर कंडवाल का कहना है कि प्राकृतिक स्रोतों से जो पानी आ रहा है वो काफी गंदा है जिससे जलजनित रोगों का खतरा बना हुआ है। उन्होंने प्रशासन से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है। जलसंस्थान के अवर अभियंता मनमोहन राणा ने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था कर पानी आपूर्ति सुनिश्चित करने के प्रयास जारी है। नायब तहसीलदार कर्णप्रयाग गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि भूस्खलन के चलते खतरे की जद में आए लंगासू शिवालय व तटेश्वर महादेव मंदिर डिम्मर जाने वाले पैदल रास्ते का भी स्थलीय निरीक्षण किया गया है। जल्द ही इसका समाधान किया जाएगा।

-फोटो- 3केपीआरपी-1 लंगासू शिवालय की क्षतिग्रस्त दीवार का निरीक्षण करते नायब तहसीलदार कर्णप्रयाग गिरीश चंद्र त्रिपाठी


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