जलस्रोत पर पसरी गंदगी से बीमारी का खतरा
नगरपालिका की प्रारंभिक सीमा पंच पुलिया पोखरी पुल व कर्णमंदिर के समीप पालिका का सफाई अभियान खानापूर्ति तक रह गया है।
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: नगरपालिका की प्रारंभिक सीमा पंच पुलिया, पोखरी पुल व कर्णमंदिर के समीप पालिका का सफाई अभियान खानापूर्ति तक रह गया है। पंचपुलिया बस अड्डे के व्यापारियों और भवन स्वामियों ने कई बार पार्किंग स्थल व जलस्रोत की सफाई की मांग की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। गंदगी के चलते संक्रामक बीमारियों का खतरा है, लेकिन पालिका प्रशासन मूक बना हुआ है।
व्यापारी केएस सती, गजेंद्र प्रसाद, प्रेम चंद्र, मुरलीधर और दीपक ने कहा वाहन पार्किंग स्थल पर आए दिन पालतू सुअरों का झुंड गंदगी बिखेरता नजर आता है। इसी तरह कर्णमंदिर परिसर में प्राकृतिक जलस्रोत की सफाई दस साल बाद भी नहीं हो सकी है। पर्यावरण प्रेमी जितेंद्र कुमार कहते हैं जल संरक्षण एवं स्वच्छता को लेकर अभियान संचालित किए जा रहे हैं, वहीं नगर पालिका क्षेत्र कर्णप्रयाग की प्रारंभिक सीमा में प्राकृतिक जलस्रोत डंपिग जोन में परिवर्तित होने से गंदगी बढ़ती जा रही है।
स्थानीय भवन स्वामियों ने जलस्रोत का रखरखाव कर जलस्त्रोत का सुंदरीकरण करने की गुहार पालिका प्रशासन से की है। हैरानी की बात है कि जलस्रोत से कुछ ही दूरी पर स्वास्थ्य विभाग का ट्रामा सेंटर, पुलिस चौकी व पालिका की ओर से तैयार भवन में होटल संचालित होते हैं। जल संस्थान की ओर से आपूर्ति बंद रहने पर इसी स्रोत के पानी का प्रयोग होता है। व्यापारी राजेंद्र सिंह, कुंवर सिंह और जगत सिंह ने कहा कई स्थानों पर आवासीय भवनों का गंदा पानी नालियों में डाला जा रहा है, जिससे दुकानों में बैठना दूभर हो जा रहा है। इस संबंध में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अंकित राणा ने बताया कि प्राकृतिक जलस्रोत के सुंदरीकरण के लिए शीघ्र प्रस्ताव पारित किया जाएगा।