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आवासीय भवनों पर टूटा बारिश का कहर, प्रभावित शिफ्ट

तहसील क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में बीते शुक्रवार से हो रही बारिश ने आवासीय भवनों को भारी नुकसान पहुंचाया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 10:40 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 06:10 AM (IST)
आवासीय भवनों पर टूटा बारिश का कहर, प्रभावित शिफ्ट
आवासीय भवनों पर टूटा बारिश का कहर, प्रभावित शिफ्ट

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग/सिमली : तहसील क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में बीते शुक्रवार से हो रही बारिश ने आवासीय भवनों को भारी नुकसान पहुंचाया है। शनिवार को हुई भारी बारिश से ग्रामीण संपर्क मार्गों व पैदल रास्तों पर मलबा व भूस्खलन होने से ग्रामीण क्षेत्रों में लोग भयभीत रहे। कर्णप्रयाग-बदरीनाथ राजमार्ग पर ऑलवेदर रोड कटिंग कार्य के चलते लगातार हो रहे भूस्खलन से मलबा लोगों के आवासीय भवनों में घुस गया। तहसील प्रशासन ने प्रभावित परिवारों का हालचाल जाना व मदद का भरोसा दिया है।

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क्षेत्र पंचायत सदस्य उत्तरों अंजना देवी ने बताया कि कर्णप्रयाग के उत्तरों ग्रामसभा में दिगंबरी देवी के आवासीय भवन की दीवार तोड़ मलबा घर में घुस गया। शुक्रवार मध्य रात्रि तेज बारिश के बाद मकान के पिछले हिस्से में आवाज होने पर परिवार में मौजूद बहु, बेटा व बेटी के साथ दिंगबरी देवी किसी तरह घर से बाहर आए। ग्रामीणों की मदद से प्रशासन को अवगत कराया गया। रात्रि मौके पर पहुंचे पुलिस चौकी प्रभारी लंगासू संदीप नेगी व राजस्व उपनिरीक्षक प्रदीप रावत ने प्रभावित परिवार को राहत पहुंचाई। रविवार को उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग वैभव गुप्ता, नायब तहसीलदार गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने उत्तरों गांव पहुंच प्रभावित परिवार को राशन किट दी। उनके रहने की व्यवस्था लंगासू प्राथमिक विद्यालय में की गई।

इसी तरह बारिश के मलबे से चमाली गांव में भजन सिंह कठैत के आवासीय भवन में मलबा घुस जाने से परिजन अन्यत्र शरण लिए हैं। वहीं जगदीश लाल का मकान भी भूस्खलन की जद में आ गया है। लंगासू में भी बारिश से 12 से अधिक आवासीय भवन मलबे से भर गए। रविवार को दिनभर प्रभावित परिवार के सदस्यों ने पैदल रास्तों पर आए मलबे को साफ कर घरों में जमा मलबे को हटाने में पसीना बहाया। वहीं बीते शनिवार रात्रि मूसलाधार बारिश से तहसील कर्णप्रयाग के धारडुंग्री व टटासू गांव में बरसाती मलबा घुस गया जिससे रात भर अफरा-तफरी मची रही। कई नाली कृषि भूमि भूस्खलन के चलते बर्बाद हो गई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र में बारिश के बाद हुई क्षति का आंकलन कर प्रभावितों को मदद की गुहार लगाई है।


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