बदरीनाथ धाम में पेयजल संकट बरकरार
बदरीनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यो के चलते कई जगह पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिससे धाम में पेयजल संकट बना हुआ है। साथ ही श्रद्धालुओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : बदरीनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यो के चलते कई जगह पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिससे धाम में पेयजल संकट बना हुआ है। साथ ही श्रद्धालुओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बदरीनाथ धाम में नर पर्वत पर ही ज्यादा धर्मशाला व होटल हैं। परंतु यहां पर बदरीनाथ महायोजना के तहत हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों के चलते नर पर्वत से आने वाली पेयजल लाइन बार-बार क्षतिग्रस्त हो रही है। जिससे पुराना बस अड्डा, माणा रोड बस अड्डा, पुलिस तिराहा सहित अन्य स्थानों में पेयजल संकट की समस्या खड़ी हो गई है। क्षतिग्रस्त लाइनों को ठीक करने के लिए जल संस्थान ने यहां पर पर्याप्त कर्मियों की तैनाती की है। लेकिन, पेयजल लाइन में पानी ना होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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वाटर एटीएम में नहीं आ रहा पानी
जोशीमठ : जल संस्थान की ओर से जोशीमठ मुख्य बाजार में पर्यटकों व तीर्थयात्रियों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए तीन जगह पर वाटर एटीएम लगाए गए हैं। लेकिन, इन तीनों वाटर एटीएम में पानी न मिलने से लोग निराश हैं। नगर पालिका सभासद अमित सती का कहना है कि गर्मी के दिनों में जोशीमठ नगर में भी पानी का संकट है। बदरीनाथ स्टैंड, नृसिंह मंदिर व तहसील के पास चमोली स्टैंड पर वाटर एटीएम लगाए गए हैं। वाटर एटीमएम एक अच्छी पहल है। परंतु इन एटीएम में पानी ना होने से यह शो पीस बनकर रह गए हैं।
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मामला मेरे संज्ञान में आया है कि जो वाटर एटीएम लगे हैं, उसमें पानी नहीं आ रहा है। इस मामले में जल संस्थान के अधिकारियों से बात की जाएगी और जल्द ही इसका समाधान निकाला जाएगा।
रवि साह, प्रभारी तहसीलदार, जोशीमठ
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बदरीनाथ धाम में पेयजल लाइनें सुचारू हैं। धाम में 18 स्टैंड पोस्ट पर पानी चल रहा है। पेयजल लाइन टूटने की स्थिति में तत्काल मरम्मत की जा रही है। धाम में 15 से अधिक कर्मचारी तैनात हैं। बदरीनाथ धाम में एक वाटर एटीमएम लगाया गया है। जिससे यात्रियों को हर समय पानी मिल रहा है। जोशीमठ में तकनीकी खराबी के चलते वाटर एटीएम बंद हुए हैं। जिसे ठीक करने के लिए संबधित कंपनी के प्रतिनिधि को मौके पर भेजा गया है।
राजेश कुमार, अधिशासी अभियंता, जल संस्थान, चमोली