केदारनाथ यात्रा के बाद बदरीनाथ रवाना हुई मां अनुसूया
संवाद सहयोगी गोपेश्वर बाबा केदार से मिलने के बाद माता सती अनुसूया की दिवारा यात्रा गोपेश्वर से
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर
बाबा केदार से मिलने के बाद माता सती अनुसूया की दिवारा यात्रा गोपेश्वर से बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हुई। सैकड़ों श्रद्धालुओं यात्रा में मां की डोली के साथ चले। बदरीनाथ की यात्रा के बाद मां की डोली क्षेत्र के अन्य तीर्थ स्थल, प्रयागों व धामों से गुजरते हुए ध्याणियों के घर पर जाएगी।
गौरतलब है कि 45 वर्ष बाद सती मां अनुसूया की दिवारा यात्रा गांवों के भ्रमण पर निकली है। सबसे पहले मां की यात्रा केदारनाथ धाम पहुंची। जहां बाबा केदार से मिलने के बाद यह यात्रा वापस गोपेश्वर आई। गोपेश्वर में पूजा अर्चना के बाद सती मां अनुसूया की दिवारा यात्रा बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हुई है। बदरीनाथ जाने से पहले मां की यात्रा गोपीनाथ मंदिर पहुंची। यहां पर पूजा अर्चना व दर्शनों के बाद यात्रा आगे के लिए रवाना हुई। इस दौरान भक्तों ने मां की पूजा अर्चना कर मनौती मांगी। गोपीनाथ से बदरीनाथ जाते समय रास्ते में जगह-जगह मां अनुसूया की यात्रा का स्वागत व पूजा अर्चना की गई। अनुसूया के पुजारी बलराम तिवारी ने बताया कि सती मां अनुसूया की यह यात्रा बदरीनाथ धाम के बाद विभिन्न तीर्थों, धामों में होते हुए ध्याणियों के यहां भी ध्याणियों से मिलने जाएगी। सती मां अनुसूया को पुत्रदायिनी माना जाता है। मान्यता है कि त्रिदेवों ने जब मां अनुसूया के सतीत्व की परीक्षा लेनी चाही तो अनुसूया ने तीनों देवों को बालक रूप में अपना स्तनपान कराया था।