भारतीय सेना का हिस्सा बने चमोली के देवेंद्र बिष्ट
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: सीमांत जनपद चमोली के लंगसी गांव निवासी देवेंद्र सिंह बिष्ट शनिवार को गय
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: सीमांत जनपद चमोली के लंगसी गांव निवासी देवेंद्र सिंह बिष्ट शनिवार को गया (बिहार) स्थित आफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) परिसर में आयोजित पासिंग आउट परेड में लेफ्टिनेंट बनकर भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। सेना में हवलदार मां ने पुत्र को सेना में अफसर बनाने का संकल्प लिया था। देवेंद्र बिष्ट के भारतीय सेना में अफसर बनने की उपलब्धि से गांव में खुशी का माहौल है। देवेंद्र प्रदेश के अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा का विषय बने हैं।
लंगसी (जोशीमठ) निवासी माधो सिंह के इकलौते पुत्र देवेंद्र सिंह बिष्ट ने प्राथमिक से हाईस्कूल तक की शिक्षा केंद्रीय विद्यालय गौचर में पूरी की। देवेंद्र ने वर्ष 2010 हाईस्कूल में 90 प्रतिशत और देहरादून केंद्रीय विद्यालय, आइएमए से 2012 में इंटर की परीक्षा 87 प्रतिशत अंक के साथ उत्तीर्ण की। देहरादून में कोचिंग के बाद वर्ष 2014 में सेना में कमीशन प्राप्त के लिए दो वर्ष तक पुणे व दो वर्ष गया, बिहार में टेक्निकल ट्रेनिंग पूरी करने के बाद शनिवार को गया (बिहार) आफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में पासिंग आउट परेड के बाद लेफ्टिेनेंट पद पर कमीशन पाकर भारतीय सेना के अंग बन गए। इकलौते पुत्र की कामयाबी पर माता वंदना बिष्ट ने उन्हें सफलता का आशीर्वाद दिया। होनहार देवेंद्र के पिता सेना में सिपाही पद पर कार्यरत थे, लेकिन जब देवेंद्र एक साल का था, उस समय उनकी मौत हो गई थी। पिता के स्थान पर माता वंदना बिष्ट ने सेना में नौकरी कर पुत्र का लालन-पालन का जिम्मा लिया। उनकी माता वंदना देवी वर्तमान में पटियाला में हवलदार पद पर कार्यरत हैं। पुत्र की शिक्षा के लिए उन्होंने गांव के साथ गौचर में भी मकान बनाया। इस मौके पर गौचर क्षेत्र में भी उत्साह का माहौल रहा। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश नेगी ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय परिवार ने भी देवेंद्र के गृह क्षेत्र आगमन पर सम्मानित करने का निर्णय लिया है। साथ ही गौचर क्षेत्र की जनता भी देवेंद्र की कामयाबी पर गदगद है।