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खाली पड़े चिकित्सकों के पद भरने की मांग

संवाद सूत्र कर्णप्रयाग बदरीनाथ यात्रा पड़ाव पर कर्णप्रयाग स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में खाल

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 07:10 PM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 07:10 PM (IST)
खाली पड़े चिकित्सकों के पद भरने की मांग
खाली पड़े चिकित्सकों के पद भरने की मांग

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: बदरीनाथ यात्रा पड़ाव पर कर्णप्रयाग स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में खाली पड़े चिकित्सकों के पदों को भरने व आकस्मिक सेवा वाहन 108 व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य महानिदेशक को ज्ञापन प्रेषित किया है।

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कपीरी संघर्ष समिति अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी, प्रधान ग्वाड़ रणवीर सिंह, खेमराज भंडारी ने कहा कि बीते एक दशक से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कर्णप्रयाग में फिजीशियन, रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती न होने से प्रतिदिन सौ से अधिक ओपीडी को देखने में तैनात चिकित्सकों के लिए चुनौती बनी है। वहीं शासन से ऑर्थोपेडिक सर्जन, बालरोग के पद सृजित करने की मांग पूरी नहीं हो सकी है। कमोबेश यही स्थिति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गौचर की बनी है जहां करोड़ों का भवन तैयार करने के बाद भी शासन विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद स्वीकृत नहीं कर पाया है, जिससे क्षेत्र की 20 हजार से अधिक की आबादी को स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए निजी चिकित्सालयों में ऊंचे दामों पर उपचार करवाना पड़ रहा है। कर्णप्रयाग स्थित सीएचसी में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती होने से इसका लाभ देवाल, थराली, नारायणबगड़, घाट सहित गैरसैंण क्षेत्र की जनता को मिलता लेकिन पहाड़ में चिकित्सकों के न पहुंचने का बहाना बनाकर विभाग पल्ला झाड़ रहा है। ग्रामीण नरेन्द्र सिंह भंडारी, नरेन्द्र तोपाल शास्त्री बताते हैं कि आकस्मिक सेवा के नाम पर दस वर्ष पूर्व बदरीनाथ यात्रा मार्ग पर 88 लाख रुपये का ट्रॉमा सेंटर तैयार किया गया, जिसमें वर्ष 2013-2014 में पूर्ववर्ती सरकार द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों के छह सहित स्टाफ नर्स सहित 13 पदों की स्वीकृति भी प्रदान की लेकिन आज तक भवन में बुनियादी सुविधाएं मयस्सर नहीं हो सकी है। कपीरी संघर्ष समिति अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार पलायन रोक बेरोजगारी दूर करने का दंभ भर रही है, लेकिन पहाड़ों में रह रहे लोगों को बुनियादी सुविधा देने में सभी सरकारें फिसड्डी साबित हुई हैं।


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