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नशेड़ियों को भगाने के लिए मंदिर बनाने का निर्णय

ग्रामीणों ने लंबे समय से नशेड़ियों का अड्डा बने सिरोसैंण के प्राकृतिक जलस्रोत के निकट सफाई अभियान चलाकर श्रमदान के जरिये भगवती मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का मानना है कि भगवती मंदिर के निर्माण से जहां नशेड़ी इधर नहीं आ पाएंगे वहीं यह स्थान धार्मिक स्थल के रूप में भी विकसित होगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 10:15 PM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 10:15 PM (IST)
नशेड़ियों को भगाने के लिए मंदिर बनाने का निर्णय
नशेड़ियों को भगाने के लिए मंदिर बनाने का निर्णय

संवाद सूत्र, सिमली: ग्रामीणों ने लंबे समय से नशेड़ियों का अड्डा बने सिरोसैंण के प्राकृतिक जलस्रोत के निकट सफाई अभियान चलाकर श्रमदान के जरिये भगवती मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का मानना है कि भगवती मंदिर के निर्माण से जहां नशेड़ी इधर नहीं आ पाएंगे, वहीं यह स्थान धार्मिक स्थल के रूप में भी विकसित होगा।

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कर्णप्रयाग तहसील के सिरोसैंण गांव में भी युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। गांव के नशेड़ी प्राकृतिक स्रोत के निकट बैठकर शराब का सेवन करते रहते हैं। इससे यहां पर शराब की बोतलों के साथ ही रैपर व प्लास्टिक से पर्यावरण भी दूषित हो रहा है। ग्रामीणों ने कई बार नशेड़ियों को यहां से खदेड़ा और कुछ नया करने की ठानी। महिलाओं व ग्रामीणों ने मिलकर पहले इस प्राकृतिक स्त्रोत के आसपास सफाई अभियान चलाया। उसके बाद यहां पर भगवती मंदिर का निर्माण श्रमदान के माध्यम से शुरू कर दिया है। श्रमदान में भागीदारी निभाने वाले उमेश खंडूड़ी ने बताया कि नशेड़ियों ने प्राकृतिक स्रोत को गंदा कर दिया था, लिहाजा यहां पर मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बुराई का अंत धर्म व आस्था से ही किया जा सकता है। बताया कि इस धार्मिक कार्य में गांव की महिलाएं भी बढ़-चढ़कर भाग ले रही हैं। श्रमदान करने वालों में प्रदीप खंडूडी, रोहित, गुड्डू, राहुल, विनोद नेगी, दीपक कुमेड़ी आदि शामिल थे। केवट ने राम, लक्ष्मण और सीता को गंगा पार कराई

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : सीमांत जनपद उत्तरकाशी के अधिकांश गांवों में इन दिनों रामलीला का मंचन किया जा रहा है। भटवाड़ी ब्लाक के नाल्ड गांव में भी रामलीला का मंचन हो रहा है। नाल्ड में श्री वासुकि नाग देवता आदर्श रामलीला समिति की ओर से आयोजित रामलीला के नौवें दिन केवट ने राम, लक्ष्मण और सीता को गंगा पार कराई।

ग्रामीण तथा अतिथियों ने रामलीला के भव्य मंचन के लिए रामलीला समिति और कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। मुख्य अतिथि चारधाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सूरतराम नौटियाल ने श्रोताओं को रामायण और महाभारत की जानकारियां दी। विशिष्ठ अतिथि लोकेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि केवट ने प्रभु श्रीराम को माता सीता और लक्ष्मण के साथ अपनी नाव में बिठाकर गंगा पार कराई थी। इसका वर्णन रामायण में मिलता है।


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