दोनों भाजपा नेताओं का निधन पार्टी के लिए बड़ी क्षति: सीएम
संवाद सहयोगी गोपेश्वर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बदरी केदार मंदिर समिति के निवर्तमान अध्
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बदरी केदार मंदिर समिति के निवर्तमान अध्यक्ष एवं भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल और ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष कुलदीप चौहान के निधन पर उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठ भाजपा नेता मोहन प्रसाद थपलियाल का जाना पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा कि उनके स्वयं के लिए भी यह बड़ी व्यक्तिगत क्षति है। क्योंकि जब कभी भी हम किसी मुद्दे पर राय मशविरा करते थे, तो वह तटस्थ भाव से संतुलित राय देते थे, जिसमें सबकी भलाई निहित रहती थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता मोहन प्रसाद थपलियाल और ओबीसी के जिला अध्यक्ष का अचानक जाना बेहद दु:खद है। इस दौरान मुख्यमंत्री दोनों दिवंगत आत्माओं के स्वजनों से भी मिले और उनको सांत्वना दी। विधानसभा बदरीनाथ के विधायक महेंद्र प्रसाद भट्ट, थराली विधायक मुन्नी देवी शाह, कर्णप्रयाग विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, भाजपा जिला अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे सहित जनप्रतिनिधियों, स्थानीय निवासियों ने भी शोक संवेदना व्यक्त की। गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी, भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद कपरवाण, वीरेंद्र असवाल ने भी भाजपा नेताओं की मौत पर शोक जताया। दोनों भाजपा नेताओं के शव निकाले
गोपेश्वर: भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष कुलदीप चौहान की शनिवार रात को पीपलकोटी के निकट भनीरपाणी में कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। दुर्घटना स्थल के दूसरी और की पहाड़ी पर स्थित मठ बेमरू गांव के ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। रविवार को सुबह एनडीआरफ की मदद से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। दोपहर में चट्टान पर दो बॉडी दिखाई दी, लेकिन यहां आवाजाही के लिए रास्ता न होने के कारण बॉडी को दिन भर रेस्क्यू नहीं किया जा सका और अंधेरा होने के कारण सर्च आपरेशन बंद करना पड़ा। सोमवार को कड़ी मशक्कत के बाद चट्टान पर अटके दोनों शवों को एनडीआरएफ ने रेस्क्यू किया। अलकनंदा नदी में दूसरे छोर से रस्सी के सहारे एनडीआरएफ के जवान अलकनंदा के किनारे पहुंचे। वहां से शवों को किसी तरह निकालकर पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपा गया। इसके बाद पार्थिव शरीर को पीपलकोटी के न्यू बस स्टेंड के प्रतीक्षालय लाया गया। जहां पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीनों विधायकों व भाजपा के अन्य नेताओं, कार्यकर्ताओं तथा स्थानीय व्यक्तियों ने श्रद्धासुमन अíपत कर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। दोनों का अंतिम संस्कार मंगलवार को पैतृक घाट पर किया जाएगा।