सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए वनों को आग से बचाने का संदेश
-फोटो-23केपीआरपी-1 मेले में रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करते कलाकार -फोटो-23केपीआरपी-2
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: कर्णप्रयाग तहसील के नौटी में आयोजित नंदादेवी हरियाली पूड़ा मेले में दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। इस मौके पर लोक सांस्कृतिक संस्था के रंगकर्मी जितेन्द्र कुमार व उनकी टीम ने नंदादेवी राजजात की झांकी के साथ गीतों के माध्यम से वनों को आग से बचाने, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रम चलाने का संदेश दिया।
लोक जागृति संस्था के रंगकर्मियों ने ऋतु बसंत बौडीक आन्दा मनखी बौडी नी आन्दा., वीरा सेंगा. लोकगीत के माध्यम से वनों को आग से बचाने वाली वीरांगना बीना बिष्ट के योगदान को याद कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर क्षेत्र के जानेमाने समाजसेवी पं. देवराम नौटियाल ने फांउडेशन के 111वें जन्म दिवस पर हिमालय में अपनी यात्रा प्रारंभ करने वाले जर्मन के प्रो. विलियम एस सेक्स को सम्मानित करने की घोषणा भी की। यह सम्मान नंदादेवी मंदिर नौटी परिसर में आगामी 27 मार्च को डॉ. विलियम के पहुंचने पर प्रदान किया जाएगा। इस मौके पर ग्राम सभा के बच्चों के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित महिला मंगल दल नौटी के मांगल व जागर गीतों की शानदार प्रस्तुति भी हुई। मेला अध्यक्ष भुवन नौटियाल व समिति सदस्यों ने क्षेत्र के वरिष्ठ साहित्यकार स्व.गोविन्द प्रसाद नौटियाल के संघर्ष को याद कर उनके द्वारा शुरू किए प्रयासों को पूरा करने का आह्वान किया। मेले के दूसरे दिन वनाग्नि पर आधारित गोष्ठी, स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम व महिला मंगल दल के लोकगीत कार्यक्रमों को मेले में आए लोगो ने खूब सराहा। मेला समिति पदाधिकारियों ने बतौर मुख्य अतिथि क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता व बदरी केदार मंदिर समिति सदस्य अरूण मैठाणी का नागरिक अभिनंदन भी किया। उन्होंने मैठाणी से मठ-मंदिरों के सुंदरीकरण व संरक्षण करने की बात भी रखी। इस मौके पर गब्बर सिंह, जगदीश प्रसाद मलेठा, शिव सिंह रावत, कैलाश नौटियाल, पवन रावत, सुभाष नौटियाल, हर्षवर्द्धन नौटियाल, गजेन्द्र सिंह, रामेश्वरी नौटियाल, कल्याण सिंह, मदन सिंह, बर्षा देवी, कुंदी लाल सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व मेला समिति पदाधिकारी मौजूद थे।