Chardham Yatra: बदरीनाथ में गर्भगृह की पूजा के प्रसारण पर मंदिर समिति और प्रशासन में विवाद
बदरीनाथ मंदिर के गर्भगृह की पूजाओं के प्रसारण को लेकर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति और प्रशासन आमने-सामने हैं।
चमोली, जेएनएन। बदरीनाथ मंदिर के गर्भगृह की पूजाओं के प्रसारण को लेकर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति और प्रशासन आमने-सामने हैं। प्रशासन चाहता है कि मंदिर के बाहरी परिसर में एलसीडी लगाकर गर्भगृह की पूजाओं का प्रसारण किया जाए। वहीं मंदिर समिति का कहना है कि हक-हकूकधारियों और स्थानीय लोगों के विरोध के मद्देनजर ऐसा नहीं किया जा सकता।
पिछले दिनों चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने यात्रा व्यवस्थाओं के निरीक्षण के दौरान मंदिर के बाहरी परिसर में एलसीडी के माध्यम से गर्भगृह की पूजाओं का प्रसारण के निर्देश दिए थे। मंदिर समिति ने इस पर अड़ंगा लगा दिया है।
मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि गर्भगृह की पूजाएं प्रसारित नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी यह प्रस्ताव आया था, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध को देखते हुए खारिज कर दिया गया था। बताया कि गर्भगृह की पूजा एलसीडी के माध्यम से गर्भगृह के सामने सभामंडप तक दिखाई जाती है।
इस पर जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया का कहना है कि उनकी मंशा है कि प्रसारण के जरिये बदरीनाथ के दर्शनों के लिए कतार में खड़े श्रद्धालु धार्मिक परंपरा के साक्षी बन सकें। उन्होंने कहा कि मंदिर समिति से इस मसले पर बात की जाएगी।
श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने कहा कि समिति का पृथक एक्ट है। इसमें प्रशासन कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि मंदिर के अंदर गर्भगृह की फोटो लेना तक प्रतिबंधित है। ऐसे में गर्भगृह की पूजा का बाहरी परिसर में प्रसारण संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हक हकूकधारियों सहित स्थानीय लोगों को विश्वास में लेकर ही कोई निर्णय किया जा सकता हे।
बदरीनाथ धाम के साथ ही यात्रा मार्ग पर पॉलीथिन प्रतिबंधित
चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार को अफसरों की बैठक में यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि हर हाल में आठ मई तक सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर लें। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में डीएम ने कहा कि बदरीनाथ धाम सहित यात्रा मार्ग पर पॉलीथिन को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। इसके लिए चेकिंग अभियान चलाए जाएंगे और नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
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