आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी से पहाड़ में आक्रोश, कांग्रेसियों ने सरकार के पुतले फूंककर जताया रोष
प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी से पहाड़ में आक्रोश है। कांग्रेसियों ने सरकार की नीति को दमनकारी बताते हुए जगह-जगह उसके पुतले फूंककर रोष जताया।
चमोली, जेएनएन। गैरसैंण में राजधानी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी से पहाड़ में आक्रोश है। कांग्रेसियों ने सरकार की नीति को दमनकारी बताते हुए जगह-जगह उसके पुतले फूंककर रोष जताया।
गोपेश्वर में गुरुवार को तमाम कांग्रेसी एकत्र हुए और सरकार का पुतला फूंका। पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. अनुसूया प्रसाद मैखुरी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने बस स्टेशन पर सरकार का पुतला दहन किया। कांग्रेसियों का यह भी कहना था कि पंचायत राज अधिनियम 2016 में किए गए अव्यावहारिक संशोधन में बदलाव किया जाए। कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार पर जनविरोधी नीतियों का आरोप भी लगाया। प्रदर्शनकारियों में यद्धुवीर बर्त्वाल, अरविंद नेगी, दीवान सिंह बिष्ट, रविन्द्र नेगी, हरेन्द्र सिंह राणा, राजेंद्र सिंह रावत, संदीप भंडारी, जिला प्रवक्ता तेजवीर कण्डेरी, उपेंद्र भंडारी, पूर्ण चंद्र मैखुरी, सुरेंद्र बिष्ट, कुंवर सिंह भंडारी आदि शामिल थे।
गैरसैंण में 35 आंदोलनकारियों को जेल भेजे जाने के विरोध में पोखरी में भी कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया। गुरुवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी के नेतृत्व में ब्लाक कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने विनायक तिराहे पर त्रिवेंद्र सरकार का पुतला फूंका और आंदोलनकारियों की रिहाई और उन पर दर्ज मुकदमे बिना शर्त वापस लेने की मांग की। पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र भंडारी ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। विकास व रोजगार से इनका कोई लेना-देना नहीं है। पुतला दहन करने में ब्लाक अध्यक्ष मधुसूदन सिंह चौधरी, मंदोधरी पंत, महिधर पंत, संतोष चौधरी, फतेराम सती, बलवंत रावत, गिरीश किमोठी, दिलवर चौहान, पूनम रावत, महेश खाली, कुंवर सिंह चौधरी, सत्तू नेगी, सत्येंद्र कंडारी, योगेंद्र चौधरी, सोहन लाल, सहित कई कांगेसी मौजूद थे।
आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी के विरोध में स्थायी राजधानी गैरसैंण संघर्ष समिति ने रुद्रप्रयाग में बस अड्डे पर प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। समिति ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर आंदोलनकारियों की रिहाई की मांग भी की। इससे पहले तय कार्यक्रम के अनुसार समिति के सदस्यों ने नए बस अड्डे से मुख्य बाजार होते हुए हनुमान चौक तक प्रदर्शन किया। समिति के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि सरकार आंदोलनकारियों का उत्पीड़न कर रही है। उन्हें सिर्फ इस बात की सजा दी जा रही है कि उन्होंने गैरसैंण राजधानी के लिए आंदोलन किया, जबकि सरकार भाजपा विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के गलत आचरण को लेकर कार्रवाई का साहस नहीं जुटा पा रही है। प्रदर्शनकारियों में राय सिंह बिष्ट, शिक्षक नेता मगनानंद भट्ट, देवेंद्र चमोली, सुबोध नौटियाल, सभासद संतोष रावत, अशोक चौधरी, बुद्धिबल्लभ ममगाईं, रमेश पहाड़ी, केपी ढोंडियाल, प्यार सिंह नेगी, रमेश कुमार आदि शामिल थे।
उधर, कर्णप्रयाग में भी आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी के विरोध में राज्य आंदोलनकारियों और कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। गुरुवार को तमाम कांग्रेसी कार्यकर्ता व राज्य आंदोलनकारी कर्णप्रयाग मुख्य बाजार में एकत्र हुए और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी पर आक्रोश जताया। पुतला दहन करने वालों में कांग्रेस नगर उपाध्यक्ष पुष्कर सिंह रावत, अवतार सिंह, अजय, विक्रम नेगी, प्रदीप कुमार, अनिल कुमार, साहिद, विजय राणा, शफीक अहमद, सुनील सती आदि शामिल थे।
उधर, श्रीनगर गढ़वाल में आइसा और डीएसओ छात्र संगठन के साथ ही अन्य संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों ने गैरसैंण में आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। गोलापार्क में आयोजित सभा में प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि आंदोलनकारियों पर दर्ज मुकदमे यदि सरकार तत्काल वापस नहीं लेती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों में राजीव विश्नोई, एडवोकेट विकास कठैत, आइसा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य अतुल सती, शिवानी पांडे, जय हो छात्र संगठन के जिला प्रभारी आयूष मियां, आल इंडिया डीएसओ छात्र संगठन की भारती जोशी और गैरसैंण राजधानी आंदोलन से जुड़े संजय घिल्डियाल, उम्मेद मेहरा, अभिषेक घिल्डियाल, विवि छात्रसंघ के कार्यकारी अध्यक्ष अंकित उछोली आदि शामिल थे।
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