कल्पगंगा नदी में पुल बहा, घरों में कैद हुए ग्रामीण
भारी बारिश से कल्पगंगा के ऊफान पर आने के बाद कल्पेश्वर धाम समेत गांवों को जोड़ने वाला कच्चा पुल बह गया। पुल बहने के बाद भर्की के लोग गांव में ही कैद हो गए हैं।
जोशीमठ, चमोली [जेएनएन]: भारी बारिश से कल्पगंगा के ऊफान पर आने के बाद कल्पेश्वर धाम समेत गांवों को जोड़ने वाला कच्चा पुल बह गया। पुल बहने के बाद भर्की के लोग गांव में ही कैद हो गए हैं। इतना ही नहीं छात्र छात्राएं भी पुल बहने के बाद विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं। इसकी सूचना ग्रामीणों ने प्रशासन को दी है।
भर्की गांव जाने तथा कल्पेश्वर मंदिर तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों ने कल्पगंगा पर कच्चे पुल का निर्माण किया था। भारी बारिश के बाद कल्पगंगा नदी के ऊफान पर आने के चलते यह पुल बह गया है। प्रात: ग्रामीण आवाजाही के लिए यहां पर पहुंचे तो पता चला कि कच्चा पुल बह गया है। भर्की के छात्र छात्राएं अध्ययन करने के लिए राइंका उर्गम में जाते हैं। प्रात: वे स्कूल जाने के लिए कल्पेश्वर मंदिर तक पहुंचे, लेकिन पुल बहने के बाद फिर उन्हें वापस घर लौटना पड़ा।
गौरतलब है कि इस स्थान पर 2013 में पुल बहने के बाद लोक निर्माण विभाग को पुल निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सात करोड़ की लागत से 120 मीटर स्पान का पुल निर्माण किया जाना था, परंतु अभी तक खाली एबेडमेंट ही तैयार हो पाए हैं।
ग्रामीणों ने कई बार पुल के जल्द निर्माण की मांग को लेकर आंदोलन भी किए गए, परंतु निर्माण एजेंसी सुस्ती से निर्माण करा रही है। ग्रामीण जान जोखिम में डाल कच्चे पुल बनाकर ही नदी पार करने को मजबूर हैं।
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