बालकृष्ण की लीलाओं को सुनने उमड़ी रही भीड़
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग तीर्थस्थल कर्णप्रयाग में श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन बारिश के बावजू
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग
तीर्थस्थल कर्णप्रयाग में श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। इस दौरान माता की चौकी पूजन के लिए भक्तों की लंबी कतार लगी रही।
श्री भद्रकाली सेवा समिति मिश्रवाण गांव प्रतापनगर टिहरी की ओर से आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में कथावाचक आचार्य बिहारी लाल सेमवाल ने श्रीकृष्ण की बाल-लीलाओं का बखान किया। उन्होंने पूतना वध, बकासुर मर्दन की कथाओं का बखान कर कहा कि श्रीकृष्ण ने मथुरा व गोकुलवासियों सहित पूरे संसार को शांति का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि काम, क्रोध, लोभ व माया के वशीभूत मानव धर्म से विमुख हो जाता है और बदलते परिवेश में संस्कृति संरक्षण की दिशा में ठोस प्रयास नहीं होना भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है। ऐसे में हमें अपनी आने वाली पीढि़यों को संस्कृति से रूबरू कराते हुए महाकाव्य, ग्रंथों के प्रति अध्ययन की रूचि पैदा करनी होगी। भद्रकाली डोली सेवा समिति के अध्यक्ष रेपाल सिंह मिश्रवाण ने कहा कि 25 सितंबर तक होने वाले इस देव अनुष्ठान में प्रतिदिन भजन-कीर्तन के साथ पूजा कार्यक्रम संपन्न हो रहा है, और अब तक 13 तीर्थस्थलों पर कथा का आयोजन किया जा चुका है।