बदरीनाथ हाईवे पर गड्ढों के ऊपर हो रहा जानलेवा सफर
ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चमोली व पीपलकोटी के बीच बड़े बड़े गड्ढों के ऊपर जानलेवा सफर हो रहा है। इससे वाहन चालकों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है।
गोपेश्वर, [जेएनएन]: ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चमोली व पीपलकोटी के बीच बड़े बड़े गड्ढों के ऊपर जानलेवा सफर हो रहा है। इससे वाहन चालकों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है।
यहां सड़क के रखरखाव की जिम्मेदारी राष्ट्रीय राजमार्ग लोनिवि के पास है। हालांकि पर्याप्त धनराशि के बाद भी गड्ढों को भरने के लिए कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे स्थानीय लोगों के अलावा यात्रियों को भी परेशानी हो रही है।
चमोली जिला पर्यटन व यात्रा के लिहाज से महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहां बदरीनाथ धाम के अलावा पंचकेदार, पंचबदरी, हेमकुंड साहिब, पर्यटन स्थलों में औली, गोरसों के अलावा अनगिनत पर्यटन स्थल मौजूद हैं। अधिकतर धार्मिक व पर्यटन स्थलों को जोड़ने के लिए बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग ही एकमात्र मार्ग है। परंतु इस मार्ग की जगह-जगह बुरी स्थिति बनी हुई है।
पहले यह मार्ग सीमा सड़क संगठन के पास था। तब भी मार्ग जानलेवा बना हुआ था। अब राष्ट्रीय राजमार्ग लोनिवि के पास सड़क के रखरखाव की जिम्मेदारी है तो अब स्थिति और भी बुरी देखी जा सकती है।
स्थिति यह है कि चमोली व पीपलकोटी के बीच पिछले छह महीनों से बड़े-बड़े गड्ढों के ऊपर आम लोगों के अलावा यात्रियों के वाहन सफर करने को मजबूर हैं। इन गड्ढों के ऊपर कई बार दुर्घटनाएं भी होते होते बची हैं। दोपहिया वाहन चालक तो कई बार चोटिल हो चुके हैं।
चमोली से पीपलकोटी के बीच के सफर का समय भी गड्ढों के चलते दुगुना हो गया है। स्थानीय लोग कई बार इसकी शिकायत निर्माण विभाग, प्रशासन व जन प्रतिनिधियों से कर चुके हैं। परंतु अभी तक गड्ढों को भरने व सड़क को दुरुस्त करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मजबूरन, लोगों को जान हथेली पर रखकर इस हाईवे पर सफर करना पड़ रहा है।
पीपलकोटी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल शाह का कहना है कि गड्ढों को भरने व सड़क की मरम्मत के लिए कई बार प्रशासन से पत्राचार करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे कभी भी लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती है।
मामले में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया का कहना है कि हाईवे के डेंजर जोनों को ठीक करने व हाईवे की स्थिति सुधारने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। कहा कि खराब सड़क के चलते पहले भी दुर्घटनाएं घट चुकी हैं। समय पर कार्य पूरा न करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
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