बदरीनाथ की चोटियों पर बर्फबारी व हल्की बूंदाबांदी
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : श्री बदरीनाथ के ऊपर नीलकंठ समेत अन्य चोटियों पर रुक-रुककर बर्फबा
जागरण टीम, गढ़वाल: रविवार को एक बार फिर मौसम ने करवट बदली। बदरीनाथ व केदारनाथ धाम की ऊंची चोटियों में बर्फबारी व बूंदाबांदी हुई। इसके साथ पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी में बारिश हुई है।
चमोली जिले में बारिश व बर्फबारी से श्रद्धालुओं के लिए मौसम खुशगवार हो गया है। रविवार को श्री बदरीनाथ धाम के ऊपर नीलकंठ समेत अन्य चोटियों पर रुक-रुककर बर्फबारी होती रही। धाम में सुबह से मौसम साफ था। मगर दोपहर बाद अचानक मौसम बदला और बूंदाबांदी शुरू हो गई। गोपेश्वर, जोशीमठ, चमोली, पीपलकोटी आदि स्थानों पर भी दोपहर बाद जमकर बारिश हुई। बदरीनाथ धाम में सुहावने मौसम से यात्री भी खुश हैं। भगवान बदरी विशाल के दर्शन करने के लिए पहुंचे संजय ¨सह निवासी ग्राम अहरोली जय¨सहपुर जिला सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश का कहना है कि उप्र के मैदानी क्षेत्रों में इस समय गर्मी से लोग तप रहे हैं। उनका कहना है कि वहां का तापमान 42 डिग्री सेंटीग्रेट तक पहुंच चुका है।
उत्तरकाशी : गंगोत्रीधाम में हल्के बादल छाए हुए हैं। यमुनोत्रीधाम और उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में बारिश के आसार बने हुए हैं। यमुनोत्रीधाम मंदिर के पूर्व उपाध्यक्ष पवन उनियाल ने बताया कि यमुनोत्रीधाम में रविवार दोपहर तक हल्की बारिश हुई थी। दोपहर के बाद बारिश बंद हो गई। अब यमुनोत्रीधाम में बादल छाए हुए हैं। गंगोत्री मंदिर समिति के सदस्य सुधांशु सेमवाल ने बताया कि रविवार सुबह से शाम तक गंगोत्रीधाम में बारिश नहीं हुई। हल्के बादलों के साथ धाम में धूप खिली रही।इस दौरान गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सुचारू हैं।
नई टिहरी: भिलंगना के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में लगातार दो दिनों से हो रही ओलावृष्टि से दर्जनों गांवों के किसानों की गेहूं आदि की फसल नष्ट हो गई है। शासन-प्रशासन से किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग की गई है।
भिलंगना प्रखंड के मेड़, मरवाडी, निवालगांव, ¨पनस्वाड, आगर, गेवाली, कोटी, अगुंडा, तितरूणा आदि कई गांवों में लगातार दो दिनों से हो रही ओलावृष्टि से किसानों की की फसल चौपट हो गई है। शुक्रवार को भारी संख्या में ओलावृष्टि हुई। इससे गेहूं, प्याज, आलू, धनिया, फलदार वृक्षों के फूल आदि नष्ट हो गए हैं। शनिवार को भी क्षेत्र में ओलावृष्टि होने के कारण रही-सही फसल भी खराब हो गई। किसानों के समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। प्रभावित काश्तकारों ने बैंक ऋण माफ करने और मुआवजे की की मांग की है। राजस्व उपनिरीक्षक थाती गबर ¨सह रावत ने बताया कि उन्होंने क्षेत्र में जाकर क्षति का मुआयना कर रिपोर्ट तहसील को भेज दी है।