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कपाट खुलने से पहले बदरीनाथ और केदारनाथ में हटाई जा रही बर्फ

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के 25 सदस्यीय दल ने बदरीनाथ मंदिर परिसर से बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया। मंदिर परिसर में अभी भी पांच फीट तक बर्फ जमी हुई है।

By Edited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 04:22 AM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 08:37 PM (IST)
कपाट खुलने से पहले बदरीनाथ और केदारनाथ में हटाई जा रही बर्फ
कपाट खुलने से पहले बदरीनाथ और केदारनाथ में हटाई जा रही बर्फ

चमोली, जेएनएन। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के 25 सदस्यीय दल ने बदरीनाथ मंदिर परिसर से बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया। मंदिर परिसर में अभी भी पांच फीट तक बर्फ जमी हुई है। मंदिर समिति पहले परिसर समेत आसपास के क्षेत्र से बर्फ हटा रही है, इसके बाद क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों की मरम्मत, साफ-सफाई व रंग-रोगन का कार्य किया जाएगा। 

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उधर, प्रशासन ने केदारनाथ पैदल मार्ग के 14 किमी हिस्से से बर्फ हटाकर उस पर आवाजाही शुरू कर दी है। अब मात्र दो किमी पैदल मार्ग से ही बर्फ हटाई जानी बाकी है। 

केदारनाथ धाम के कपाट नौ मई और बदरीनाथ धाम के दस मई को खोले जाने हैं। मंदिर समिति के सहायक अभियंता विपिन तिवारी के नेतृत्व में जोशीमठ से बदरीनाथ पहुंचे समिति के दल ने मंदिर परिसर से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया। समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया समिति के कर्मचारी मंदिर परिसर के अलावा तप्तकुंड व ब्रह्मकपाल क्षेत्र से बर्फ हटा रहे हैं। 

इसके बाद शीतकाल में अत्याधिक बर्फबारी से क्षतिग्रस्त हुई परिसंपत्तियों की मरम्मत का कार्य शुरू होगा और फिर अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी। बर्फबारी के चलते धाम में महिला तप्तकुंड, यात्री शेड व धर्मशालाओं के अलावा निजी प्रतिष्ठानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। बताया कि फिलहाल समिति के 35 सदस्यों ने बदरीनाथ धाम में डेरा डाला हुआ है। 

इनमें अवर अभियंता गिरीश रावत, सहायक मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण, प्रबंधक राजेंद्र सेमवाल, अजय सती, सुपर वाइजर भागवत मेहता, कृपाल सनवाल, संजय भंडारी, मंजेश भुजवाण, विनोद फस्र्वाण, सत्येंद्र झिंक्वाण, अमित पंवार, यशपाल गामा, नरेंद्र सिंह आदि शामिल हैं।

 

बताया कि जल्द ही अन्य कर्मचारियों को भी व्यवस्थाएं सुधारने के लिए बदरीनाथ भेजा जाएगा। दूसरी ओर पांडुकेश्वर से भी मेहता, भंडारी व कमदी थोक के हक-हकूकधारी बदरीनाथ पहुंच चुके हैं। 

उधर, साफ-सफाई समेत यात्रा व्यवस्थाएं जुटाने के लिए मंदिर समिति का एक दल रविवार को केदारनाथ पहुंचा। दल को सुबह दस बजे ऊखीमठ से मंदिर समिति के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी ने रवाना किया। जमलोकी ने बताया कि दल सहायक अभियंता गिरीश देवली के निर्देशन में केदारनाथ मंदिर परिसर से बर्फ हटाने, साफ-सफाई, रंग-रोगन, मंदिर व मंदिर कॉलोनी में विद्युत व पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने का कार्य करेगा। 

दल के अन्य सदस्यों में मंदिर सुपरवाइजर युद्धवीर पुष्पवाण, चिकित्सक लोकेंद्र रिवाड़ी, अवर अभियंता विपिन कुमार, आशुतोष शुक्ला, कन्हैया थपलियाल, अवनीश रावत, जगमोहन पंवार, मदन धम्र्वाण, राकेश डिमरी, शिशुपाल बजवाल व सुरक्षा गार्ड राजेंद्र नौटियाल शामिल हैं। 

रुद्रप्रयाग के डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि बीते एक पखवाड़े में प्रशासन ने 16 किमी लंबे केदारनाथ पैदल मार्ग के 14 किमी हिस्से से बर्फ हटाकर आवाजाही सुचारु कर दी है। इसके अलावा धाम में पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। 

बताया कि पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के बाद केदारनाथ में घोड़ा-खच्चर व मजदूरों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। इसके अलावा धाम में विद्युत व्यवस्था सुचारू करने का भी प्रयास किया जा रहा है। जबकि, पेयजल व्यवस्था सुचारु करने को विभागीय अधिकारी-कर्मचारी केदारनाथ में ही डेरा डाले हुए हैं।

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