औली में गुस्साए व्यवसायियों ने चेयर लिफ्ट को किया बंद, एमडी को घेरा
औली में स्लोप पर घूमने व स्कीइंग करने पर पर्यटन विभाग की ओर से शुल्क वसूले जाने के फरमान से गुस्साए व्यवसायियों ने शुक्रवार को वहां चेयर लिफ्ट का संचालन ठप रखा।
चमोली, जेएनएन। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली में स्लोप पर घूमने व स्कीइंग करने पर पर्यटन विभाग की ओर से शुल्क वसूले जाने के फरमान से गुस्साए व्यवसायियों ने शुक्रवार को वहां चेयर लिफ्ट का संचालन ठप रखा। कांग्रेसियों ने भी औली व जोशीमठ में सरकार व पर्यटन विभाग का पुतला फूंका। चेतावनी दी गई कि यदि शुल्क वापसी का आदेश वापस न हुआ तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
पर्यटन विभाग ने औली की स्लोप पर घूमने व स्कीइंग करने के लिए शुल्क निर्धारित किया है। इसके तहत स्थानीय लोगों से 200 रुपये, जबकि पर्यटकों से 500 रुपये वसूले जाएंगे। पर्यटन विभाग का तर्क है कि स्लोप की मेंटिनेंस के लिए यह शुल्क लिया जा रहा है। जबकि, इससे स्थानीय लोगों की रोजी-रोटी संकट में आ गई है। इसी से गुस्साए स्थानीय लोगों व पर्यटन व्यवसायियों का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा। पर्यटन कारोबारियों ने औली में चेयर लिफ्ट का संचालन बंद रखा और जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) के महाप्रबंधक बीएल राणा का घेराव किया।
उनका कहना था कि स्लोप पर घूमने व स्कीइंग करने वाले पर्यटकों से सैकड़ों लोगों की रोजी-रोटी चलती है। ऐसे में अगर शुल्क लिया जाता है स्थानीय लोग बेरोजगार हो जाएंगे। एमडी राणा के इस संबंध में उच्चाधिकारियों से वार्ता के आश्वासन के बाद ही चेयर लिफ्ट का संचालन शुरू हो सका। इस मौके पर विवेक पंवार, संतोष कुंवर, दिनेश भट्ट, महेंद्र भुजवाण, अभिषेक पंवार, सोहन ङ्क्षसह रावत आदि पर्यटन कारोबारी मौजूद थे। दूसरी ओर, कांग्रेसियों ने भी औली व जोशीमठ में प्रदेश सरकार व पर्यटन विभाग का पुतला फूंका। साथ ही नगर में रैली निकालकर एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
चेयर लिफ्ट व स्की लिफ्ट ठीक करने पहुंचे इंजीनियर
जीएमवीएन औली में प्रस्तावित नेशनल गेम्स की तैयारियों में जुट गया है। इसी क्रम में औली में संचालित चेयर लिफ्ट व स्की लिफ्ट की मेंटिनेंस का कार्य शुरू करने के लिए फ्रांस से टेक्नीशियन भी यहां पहुंच गए हैं। जीएमवीएन के एमडी बीएल राणा ने बताया कि औली में फरवरी में नेशनल गेम्स प्रस्तावित हैं। इस दौरान खिलाड़ियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए निगम व्यवस्थाओं में जुट गया है। यहां संचालित चेयर लिफ्ट व स्की लिफ्ट की मेंटिनेंस के लिए फ्रांस से एक इंजीनियर व दिल्ली से एक एक्सपर्ट औली पहुंच गए हैं।
यह भी पढ़ें: मुफ्त में नहीं घूम सकेंगे औली की ढलान पर, अब देना होगा इतना शुल्क
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड स्थित इस गुफा में भी हैं बर्फानी बाबा, 10 फरवरी से कर सकेंगे दर्शन
यह भी पढ़ें: बर्फबारी के बाद वन्य जीवों ने छोड़े प्राकृतिक वास, नदी घाटी की ओर किया रुख