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सार्वजनिक शौचालयों का प्रयोग नहीं करतीं महिलाएं

जागरण संवाददाता बागेश्वर जिला मुख्यालय नगरपालिका क्षेत्र में छह शुलभ शौचालय हैं लेकिन महि

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Aug 2019 09:59 AM (IST)Updated: Fri, 02 Aug 2019 09:59 AM (IST)
सार्वजनिक शौचालयों का प्रयोग नहीं करतीं महिलाएं
सार्वजनिक शौचालयों का प्रयोग नहीं करतीं महिलाएं

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिला मुख्यालय नगरपालिका क्षेत्र में छह शुलभ शौचालय हैं, लेकिन महिलाएं इन शौचालयों का अक्सर प्रयोग नहीं करती हैं। शौचालय गंदे रहते हैं और महिलाओं के मन में इनका प्रयोग करने में असुरक्षा का माहौल रहता है। महिलाएं पुरुष व महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालयों की मांग कर रही हैं। महिलाओं के लिए अलग टॉयलेट की व्यवस्था न होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

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नगरपालिका क्षेत्र में आबादी के हिसाब से अभी काफी कम ही शौचालय हैं जो शौचालय हैं भी तो वह काफी गंदे ही रहते हैं। छह सुलभ शौचालय चालू हालत में हैं। इसमें महिला, पुरुष दोनों के लिए ही शौच की अलग-अलग व्यवस्था है, लेकिन इन शौचालयों का प्रयोग महिलाएं कम ही करतीं है। पुरुष ही महिला शौचालयों का प्रयोग करते हुए दिखाई देते हैं। कोई यात्री या पर्यटक महिला बहुत जरूरी होने पर ही इनका प्रयोग कभी कभार करती हैं। नहीं तो यह भी आस-पास बने घरों से मदद मांगती हैं। पुरुष तो कहीं भी टॉयलेट कर लेते हैं लेकिन महिलाओं को काफी परेशानी होती है। बाजार में टॉयलेट न होने के कारण बाजार आने वाली महिलाओं को इधर-उधर भटकना पड़ता है। शर्म के कारण वह टॉयलेट रोककर रखती है जिससे वह कई बीमारियों की शिकार भी हो रही हैं।

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महिला और पुरुष के शौचालय एक साथ नहीं होने चाहिए। अगर शौचालय का निर्माण हो तो अगल-बगल ही बनाएं लेकिन दोनों दिशाएं अलग हों। महिलाओं के शौचालय में महिला ही रहे। ताकि बेखौफ महिलाएं उसका प्रयोग कर सकें।

-नीमा दफौटी, सभासद, च्वालादेवी वार्ड

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महिलाओं के लिए अगल से टॉयलेट और शौचालय की सुविधा होनी चाहिए लेकिन अभी तक यह व्यवस्था है ही नहीं। इस कारण महिलाएं इन संयुक्त शौचालयों का प्रयोग करती ही नहीं हैं। मैं स्टेशन के पास रहती हूं। वहां सुलभ शौचालय भी है लेकिन महिलाएं कई बार हमारे घर में आ जाती हैं।

-इंदिरा जोशी, आंदोलनकारी

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नगरपालिका का विस्तार हुआ है। दूर-दूर शौचालय हैं। जिससे काफी दिक्कत होती है खासकर महिलाओं को। इसलिए महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शौचालयों का निर्माण होना चाहिए।

-गीता रावल, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष

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यह एक अच्छा सुझाव है। महिलाओं के लिए शौचालय बनाए जाएंगे। नगरपालिका क्षेत्र का विस्तार हुआ है। जगह चयन की जाएगी। महिलाओं को साफ सुथरे व सुरक्षित माहौल के शौचालय उपलब्ध कराना प्राथमिकता रहेगी।

-सुरेश खेतवाल, नगरपालिका अध्यक्ष, बागेश्वर

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