बेसहारों के लिए बनने वाला रैन बसेरा बना सफेद हाथी
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: राज्य सरकार से पैसा नही मिलने से नदी गांव के पास प्रस्तावित रैन बसेर
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: राज्य सरकार से पैसा नही मिलने से नदी गांव के पास प्रस्तावित रैन बसेरा आज तक नही बन पाया हैं। रैन बसेरा नही होने से असहाय, निर्धनों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। अक्सर उन्हें सड़क किनारे ही रात बिताने को मजबूर होना पड़ता हैं।
जिला मुख्यालय में गरीबों के लिए लगभग दो साल पहले नदी गांव के पास रैन बसेरा स्वीकृत हुआ हैं। यह रैन बसेरा 52 लाख की लागत से बनाया जाना था। नगरपालिका ने इसका टेंडर कर काम शुरु भी करवा दिया। लेकिन कुछ समय काम चलने के बाद निर्माण कार्य रुक गया। रैन बसेरे का कार्य पिछले 6 महीनों से आधा-अधूरा ही पड़ा हुआ हैं। जिला मुख्यालय में गरीबों के रहने के लिए किसी प्रकार की छत नही होने के कारण खासी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। पैसा नही होने के कारण वह दुकानों के कोनों आदि में रात बिताने को मजबूर हैं।
नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी राजदेव जायसी ने बताया कि 23 लाख की धनराशि सरकार से मिल गई हैं। जिसे ठेकेदार को दिया जाएगा। धनराशि मिलते ही वह निर्माण कार्य शुरु कर देगा।
पांच जगहों पर जल रहे अलाव
बागेश्वर: ठंड से बचने के लिए अभी जिला मुख्यालय में पांच जगहों रोडवेज स्टेशन, दुग बाजार, सरयू पुल, हास्पिटल व स्टेट बैंक तिराहे पर अलाव जलाए जा रहे हैं। मेले के दौरान कुछ अन्य जगहों पर भी अलाव जलाने की योजना हैं।गरीबों को बांटें कंबल
बागेश्वर: बढ़ती ठंड को देखते हुए प्रशासन ने कुछ कंबल सड़क किनारे रह रहे लोगों को कंबल बांटें। एसडीएम राकेश तिवारी ने बताया कि जहां भी सूचना मिलती है वहां पर कंबल दिए जा रहे हैं। ताकि वह ठंड से बच सकें।