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हिमालय दर्शन के साथ करेंगे नए साल का स्वागत

संवाद सूत्र, गरुड़ : यदि आप थर्टी फ‌र्स्ट को यादगार बनाना चाहते हैं तो चले आइए कौसानी। प्रकृति

By JagranEdited By: Published: Sun, 30 Dec 2018 11:18 PM (IST)Updated: Sun, 30 Dec 2018 11:18 PM (IST)
हिमालय दर्शन के साथ करेंगे नए साल का स्वागत
हिमालय दर्शन के साथ करेंगे नए साल का स्वागत

संवाद सूत्र, गरुड़ : यदि आप थर्टी फ‌र्स्ट को यादगार बनाना चाहते हैं तो चले आइए कौसानी। प्रकृति की ऐसी सुरम्य क्रीड़ास्थली शायद आपको अन्यत्र कहीं नहीं मिलेगी। मौसम खुशगवार है। सामने पर्वतराज प्रहरी की तरह खड़ा है। प्रकृति के बीच नए साल का आगाज आप हिमालय दर्शन से कर सकते हैं। हजारों की तादाद में पर्यटक कौसानी पहुंच गए हैं। अधिकांश होटल पैक हो गए हैं। कई होटलों की एडवांस बु¨कग पहले ही हो चुकी है।

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मिनी स्विटरलैंड के नाम से विख्यात कौसानी प्रकृति के कुशल चितेरे कवि सुमित्रानंदन पंत की जन्मस्थली भी है। छायावादी काव्य में कवि पंत ने कौसानी के प्राकृतिक वातावरण का बखूबी चित्रण किया है। इसलिए प्रकृति प्रेमियों और कवियों को कौसानी की धरती बेहद पसंद है। 1929 में अपनी कुमाऊं यात्रा के दौरान जून माह में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी यहां आए। उनका यहां मात्र दो दिन का प्रवास था, लेकिन कौसानी की नैसर्गिक सुंदरता और हिमालय की लंबी कतार देखकर गांधी जी इतने प्रभावित हुए कि वे यहां चौदह दिन रुकने को मजबूर हो गए। उन्होंने यहीं एक आश्रम में अपनी प्रसिद्ध अनाशक्ति योग की टीका लिखने की शुरुआत की। आज यह आश्रम अनाशक्ति आश्रम कहलाता है। यहां बापू की कई यादें संजोकर रखी गई हैं जो कि काफी दर्शनीय है। बापू की शिष्या सरला बहन भी कौसानी के सौंदर्य से इतना अभिभूत हुई कि उन्होंने अपना देश ही छोड़ दिया और कौसानी में एक घर बनाकर रहने लगी। यहीं से उन्होंने आजादी की अलख जगाई और दीन-दुखियों तथा गरीबों की सेवा में जुट गई। कौसानी से सूर्योदय और सूर्यास्त का खूबसूरत नजारा बरबस पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

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लेखन के लिए मुफीद

नए साल की शुरुआत ¨चतन और लेखन से करने वालों के लिए भी कौसानी मुफीद जगह है। यहां पंत वीथिका, अनाशक्ति आश्रम ¨चतन और लेखन के लिए उपयुक्त स्थल हैं। इसके अलावा प्रकृति के सुरम्य वातावरण में बैठकर भी लेखन कार्य किया जा सकता है।

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गेस्ट हाउस हुए पैक

कौसानी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष बबलू नेगी ने बताया कि थर्टी फ‌र्स्ट मनाने और नए साल के स्वागत के लिए अन्य सालों की अपेक्षा कौसानी में इस बार काफी संख्या में पर्यटक पहुंचे हैं। गुजराती और बंगाली पर्यटक भारी तादाद में यहां पहुंचे हैं।

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हुड़दंगियों पर सख्ती

थर्टी फ‌र्स्ट के आयोजनों के मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। कौसानी और सोमेश्वर की पुलिस लगातार दिन-रात कौसानी में गश्त कर रही है। कौसानी के थानाध्यक्ष हरीश चंद्र जोशी ने बताया कि होटलों और सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी। हुड़दंग मचाने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगी।


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