Move to Jagran APP

पानी के लिए अब सिर्फ टैंकरों पर भरोसा

जागरण संवाददाता बागेश्वर गिरेछीना-बागेश्वर मोटर मार्ग के पास अमसरकोट की पहाड़ियां दरक

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 11:26 PM (IST)Updated: Sun, 20 Oct 2019 06:19 AM (IST)
पानी के लिए अब सिर्फ टैंकरों पर भरोसा
पानी के लिए अब सिर्फ टैंकरों पर भरोसा

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: गिरेछीना-बागेश्वर मोटर मार्ग के पास अमसरकोट की पहाड़ियां दरकने से पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। जिसका असर मुख्यालय में होने वाली पेयजल आपूíत पर पड़ा है। जल संस्थान अब रोस्टर के आधार पर पानी का वितरण टैंकरों के जरिए करने लगा हैं। अमसरकोट पेयजल योजना ठीक होने का नाम नहीं ले रही है। पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन से पेयजल योजना बार-बार टूट रही है। जिससे पानी की सप्लाई बंद हो रही है। जिससे दिक्कत शुरु होने लगी है। किसी मोहल्ले में चार तो किसी में पांच दिन से पानी नहीं आ रहा है। विभाग पानी की सप्लाई के लिए टैंकरों का प्रयोग कर रहा है। सबसे अधिक पानी की दिक्कत नदीगांव, तहसील रोड, मजियाखेत में हो रही है। यहां करीब चार हजारी की आबादी प्रभावित हो रही है। उन्हें पीने योग्य पानी नही मिल रहा है। अधिकतर लोग पानी के लिए प्राकृतिक जल स्त्रोत पर ही निर्भर है। प्राकृतिक जलस्त्रोतों में पानी के लिए लंबी लाइन लग रही है। लोगों का कीमती समय पानी भरने में ही लग रहा है। क्षेत्रवासी राजेंद्र उपाध्याय, नीमा दफौटी, गोविद भंडारी, चंदन सिंह, हरीश मनराल, धीरज सिंह, रमेश कुमार, सुरेंद्र पिलख्वाल ने कहा कि पानी की पिछले एक माह से दिक्कत हो रही है। विभाग एक पेयजल लाइन ठीक नहीं कर रहा है, अगर अमसरकोट से दिक्कत है तो सरयू नदी से लिफ्ट कर पानी की सप्लाई की जाए, अगर जल्द समस्या का समाधान नहीं होता तो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

loksabha election banner

==========

भूस्खलन होने से पेयजल लाइन बार-बार टूट रही है। पानी की कमी पूरी करने के लिए टैंकरों का प्रयोग किया जा रहा है। - एमके टम्टा, अधिशासी अभियंता, जलसंस्थान


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.