जल, जंगल, जमीन हमारी, नहीं सहेंगे धौंस तुम्हारी
वन पंचायत सरपंच संगठन ने हेलंग की घटना को बड़े स्तर पर उठाने का निर्णय लिया।
जल, जंगल, जमीन हमारी, नहीं सहेंगे धौंस तुम्हारी
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : वन पंचायत सरपंच संगठन ने हेलंग की घटना को बड़े स्तर पर उठाने का निर्णय लिया। दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। जल, जंगल, जमीन को बचाने के लिए एक सितंबर को नैनीताल चलो का एलान किया।
स्थानीय एक होटल पर आयोजित बैठक में उत्तराखंड परिर्वतन पार्टी के पीसी तिवारी ने कहा कि जल, जंगल, जमीन हमारी, नहीं सहेंगे धौस तुम्हारी। वन पंचायत उत्तराखंड की अमूल्य धरोहर है। 13000 से अधिक वन पंचायतें हैं। ग्रामीण जीवन यापन का आधार है। हेलंग वन पंचायत को एक कंपनी बर्बाद कर रही है। घास लाती महिलाओं से घास छीनी जा रही है। थाने में बैठाया जा रहा है। गंगोलीहाट में विरोध के बावजूद वन पंचायत में कूड़ा डाला जा रहा है। कई हेक्टेयर जंगल समाप्त हो चुके हैं। एक सितंबर को नैनीताल कमिश्नरी का घेराव किया जाएगा। महिला 30 प्रतिशत आरक्षण को लेकर आए फैसले पर सरकार को घेरा। कहा कि सरकार सही तरह से अपना पक्ष नहीं रख सकी। पहाड़ की भौगोलिक, सामाजिक परिस्थिति को समझ नहीं सकी। उप्र. में रहते हुए पहाड़ को आरक्षण दिया जाता था।
रावल अध्यक्ष और मेहरा सचिव बने
वन पंचायत सरपंच संगठन की नई कार्यकारिणी बनी। पूरन रावल को अध्यक्ष और धीरज मेहरा को सचिव बनाया गया। इसके अलावा देवेंद्र गढ़िया उपाध्यक्ष, शोभा नेगी उपसचिव, दीपक कुमार व जगदीश जोशी कोषाध्यक्ष बनाए गए। संरक्षक मंडल में गिरीश उप्रेती, मदन मोहन उपाध्याय, जयदत्त पांडे, कृष्णा, खड़क सिंह भाकुनी, बलवंत सिंह, जगदीश जेशी तथा बचे सिंह शामिल हैं। सभी पदाधिकारियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।