मतदान खत्म, अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू
जागरण संवाददाता बागेश्वर 17वीं लोकसभा चुनाव मतदान के बाद अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू ह
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : 17वीं लोकसभा चुनाव मतदान के बाद अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। अब जनप्रतिनिधियों की नजर पंचायती चुनाव पर लग गई है। जिससे वाकयुद्ध शुरू हो गया है और जनप्रतिनिधियों के बीच गहमागहमी का माहौल बना हुआ है।
लोकसभा चुनाव की मतगणना के बाद राष्ट्रीय दलों के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने राहत की सांस ली है। मतगणना के बाद जश्न आदि पर अभी ध्यान नहीं है। जल्द होने जा रहे पंचायती चुनाव पर अब उनकी नजर गड़ी हुई है। चुनाव मतदान के प्रतिशत को लेकर भी एक दूसरे पर आरोप लगने लगे हैं। जिला पंचायत सदस्य गोविद दानू ने कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि पिडर घाटी मल्लादापुर घाटी में मोटर मार्ग और संचार व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने से चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी थी, जिसे कांग्रेस ने हवा दी। 1998 से लगातार ग्रामीण सड़क की माग कर रहे हैं। तकनीकी कारणों से सड़क स्वीकृत नहीं हो सकी है। विधायक बलवंत भौर्याल ने लिखित आश्वासन दिया और ग्रामीणों ने चुनाव में भाग लिया। बाछम गांव ने बहिष्कार किया जबकि कांग्रेस ने चुनाव नहीं करने का माहौल तैयार किया। सरकार को बदनाम करने की कोशिश की। डौला गांव में मतदान का प्रतिशत कम रहा। 177 मतदाताओं में सिर्फ 28 ने मतदान किया। कुंवारी गांव में 268 वोटरों में सिर्फ 130 ने वोट दी। इधर, पूर्व विधायक कपकोट ललित फस्र्वाण ने कहा कि भाजपा, कांग्रेस पर आरोप नहीं लगा सकती है। उसकी सरकार सत्ता में है। बाछम गांव में विकास का खांका तैयार था लेकिन उसे धरातल पर भाजपा सरकार ने उतारना था, जानबूझकर वहां विकास नहीं हो सका। ग्रामीणों का गुस्सा जायज था।