खर्कटम्टा गांव के प्रधान बैठे आमरण अनशन पर, कर रहे ये मांग
बागेश्वर के खर्कटम्टा गांव के ग्राम प्रधान ने विकास खंड कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
बागेश्वर, जेएनएन। खर्कटम्टा गांव के ग्राम प्रधान ने विकास खंड कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके गांव के लिए स्पेशल कंपोनेंट प्लान के तहत सड़क निर्माण के लिए छह लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। विभाग ने विज्ञप्ति जारी किए बिना उसका टेंडर गुपचुप तरीके से दे दिया है। उन्होंने धांधली का अंदेशा जताते हुए टेंडर निकालने की मांग की है।
बुधवार को खर्कटम्टा गांव के प्रधान हरीश चंद्र त्रिकोटी विकास खंड कार्यालय धमके और आमरण अनशन पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि स्पेशल कंपोनेंट प्लान के तहत ग्राम पंचायत खर्कटम्टा के लिए छह लाख रुपये शासन स्तरसे स्वीकृत हुआ है। बिना प्रधान को विश्वास में लिए बिना किसी विज्ञप्ति के टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। अपने चेहतों को ठेके गुपचुप तरीके से दिलाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
विकास खंड के नोटिस बोर्ड पर टेंडर प्रक्रिया का प्रारूप चस्पा भी नहीं किया गया है और किसी अखबार में छपा टेंडर नोटिस भी नहीं दिखाया जा रहा है। कहा कि 2015-16 में उन्होंने एक लाख रुपये ग्राम पंचायत खर्कटम्टा में दीवार बनाई थी और 50 हजार रुपये के पशु सेड बनाए। आज तक उनका मनरेगा के तहत भुगतान नहीं हो सका है। आगणन बनाने के बावजूद प्रशासनिक स्वीकृति देने में असहमति जताई जा रही है। निर्माण कार्यों की टीएस भी हो चुकी है।
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