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बागेश्वर में दो और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बर्खास्त

बागेश्वर में नोटिस देने के बाद भी आंदोलन में डटी दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बर्खास्त कर दिया गया है। इससे आंदोलनकारी कार्यकर्ता भड़क उठी हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Feb 2020 11:56 PM (IST)Updated: Wed, 05 Feb 2020 06:11 AM (IST)
बागेश्वर में दो और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बर्खास्त
बागेश्वर में दो और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बर्खास्त

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: नोटिस देने के बाद भी आंदोलन में डटी दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा और समाप्त कर दी गई है। विभाग ने अब तक कुल 18 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निकाल दिया है।

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मंगलवार को भी बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई जारी रही। नोटिस मिलने के बाद भी जब गरुड़ ब्लाक की दो कार्यकर्ता काम पर नही लौटी तो बाल विकास अधिकारी राजेद्र सिंह बिष्ट ने उनकी सेवा समाप्त कर दी है। बीते सोमवार को गरुड़ ब्लाक की 7 व कपकोट ब्लाक की 9 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्त की थी। अभी गरुड़ और कपकोट ब्लाक के आंगनबाड़ी आंदोलन पर डटे हुए हैं। गरुड़ ब्लाक में कुल 243 व कपकोट ब्लाक में 261 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता काम कर रही है। वहीं बागेश्वर ब्लाक की 325 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नोटिस मिलने के बाद काम पर आ गई थी।

विभाग द्वारा हो रही कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी विभाग को अल्टीमेटम दे दिया है। अगर उन्होंने किसी भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की सेवा समाप्त की तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। कार्यकर्ता सभी को एकजुट करते हुए आंदोलन करने का मन बना रहे है।

बागेश्वर जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बर्खास्तगी से कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सभी बर्खास्त कार्यकर्ताओं को वापस नहीं लिया जाता और उनकी मांगों पर कार्रवाई नही की जाती तो उन्हें उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा। मंगलवार को विकास भवन परिसर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। उनकी मांग न्यूनतम वेतनमान, नियमित करना आदि प्रमुख थी। उन्होंने कहा कि सरकार उनके आंदोलन को कुलचना चाहती है। इसलिए ही यह कदम उठा रही है। पहले नोटिस चस्पा किया गया। इसके बाद उन्हें अल्टीमेटम दिया गया जो उनकी बात नही माना उन्हें अब एक-एक कर बर्खास्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा जब तक सभी निकाले गए कार्यकर्ताओं को बहाल नही किया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। सरकार के इस तानाशाही रवैए से वह झुकने वाले नही हैं। वह अपना अधिकार मांग रही हैं जिसे वह लेकर रहेंगी। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर आंदोलन को तेज करने की अपील की हैं।

इस अवसर पर किरन मिश्रा, हंसी, बीना कांडपाल, अंजू पांडे, प्रतिमा मिश्रा, गीता आर्या, ममता रावत, चंपा खोलिया, निर्मला जोशी, हेमा सती, प्रेमा सिंह, रेनू भंडारी, दया जोशी, कमला, उमा जोशी, भगवती आर्या, रेखा जोशी, जानकी देवी, मोहिनी, जानकी भट्ट, पार्वती देवी, कविता मौजूद थे।


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