ग्रामीणों ने ढाई घंटे रोकी हाईवे की रफ्तार
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : द्यांगण गांव में चार दिन के भीतर दो मासूमों की मौत पर शनिवार क
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : द्यांगण गांव में चार दिन के भीतर दो मासूमों की मौत पर शनिवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूटा पड़ा। ग्रामीणों ने करीब ढाई घंटे तक नेशनल हाईवे कौसानी-गरुड़-बागेश्वर मोटर मार्ग पर जाम लगा दिया। महिलाओं ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। डीएम के नहीं आने पर महिलाएं नाराज रहीं। जाम खुलवाने के लिए डीएफओ और पुलिस प्रशासन के साथ ग्रामीणों की तीखी नोकझोंक हुई। शिकारी के शाम तक गांव पहुंचने और झाड़ियों के कटान का आश्वासन मिलने पर ग्रामीण माने।
द्यांगण गांव में बीते मंगलवार की शाम सात साल के करन ¨सह को गुलदार ने निवाला बना लिया। ग्रामीणों ने तब जिला अस्पताल में जमकर हंगामा काटा और वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित करने के लिए शासन से पत्र लिखने को कहा था। लेकिन शासन से कोई भी पत्र विभाग को प्राप्त नहीं हो सका। गुलदार शुक्रवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे गांव में घुस गया जिससे वहां भगदड़ मच गई। जिसमें ननिहाल में रह रहे 15 साल के हेमंत टंगड़िया की नाले में गिरने से मौत हो गई। शनिवार को ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर था। सुबह साढ़े दस बजे महिला-पुरुष, बुजुर्ग सभी एनएच गरुड़-कौसानी पर एकत्र हो गए। उन्होंने द्यांगण-आरे बाइपास पर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने वन विभाग और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गुलदार को आदमखोर घोषित कर मार गिराने की मांग की। एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी, सीओ महेश चंद्र जोशी, डीएफओ आरके ¨सह भी आंदोलन स्थल पहुंच गए। करीब ढाई घंटे तक मान- मनौव्वल के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला। इस मौके पर हीरा देवी, माया देवी, मंजू देवी, चंपा देवी, माधवी देवी, गीता देवी, देवकी देवी, पूरन रावल, सौरभ परिहार, प्रधान पप्पू लाल, दीपक कठायत, गो¨वद कठायत, मुन्ना परिहार, राजू परिहार, दिनेश परिहार, अमित मिश्रा, बालकृष्ण, राजेंद्र टंगड़यिा, देवेंद्र परिहार आदि मौजूद थे।
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पुलिस-प्रशासन से तीखी नोकझोंक
जाम के दौरान महिलाओं की पुलिस-प्रशासन से तीखी नोकझोंक हुई। उन्होंने गुलदार को मारने का अधिकार ग्रामीणों को देने की मांग की। गांव के कुछ बंदूकधारी भी प्रशासन से मिले, लेकिन डीएफओ ने ऐसा कोई नियम होने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि बंदूकधारी प्रार्थना पत्र देंगे और उसे शासन को भेजा जाएगा। जिस पर ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
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गांव में दिख रहे चार गुलदार
महिलाओं ने जिला प्रशासन को बताया कि गांव में चार गुलदार दिख रहे हैं। शाम आठ बजे के करीब गुलदार पूरन रावल के आंगन में धमक गया। वहां बंधे मवेशियों पर झपटने की कोशिश की।
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जाम में फंसे मरीज
हाइवे पर जाम लगने से मरीज भी घंटों जाम में फंस गए। डिलीवरी को जा रही दो महिलाओं को भी जाम से दो-चार होना पड़ा। बड़े बुजुर्गों के आगे आने पर बमुश्किल उन्हें अस्पताल जाने दिया गया। कुछ बीमार जाम खुलने का इंतजार करते रहे।
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रोडवेज बस ढाई घंटे लेट
हाइवे पर जाम लगने से दिल्ली जा रही रोडवेज बस पूरे ढाई घंटे देरी से रवाना हो सकी। गाड़ी में करीब बीस सवारियां बैठीं थीं। जिसमें से कौसानी जा रही माधुली देवी, कमला देवी, गीता देवी, महेश चंद्र आदि को टिकट वापस करना पड़ा।
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वन विभाग पर आरोप
जाम लगा रहे ग्रामीणों ने वन विभाग पर आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि वन विभाग की टीम सिर्फ पटाखे फोड़कर चली जाती है। रूटीन गश्त नहीं हो रही है, गुलदार पर नजर रखने वालों की भी तैनाती नहीं की गई है। गुलदारों का सही आकलन करने में वन विभाग नाकाम साबित हुआ है।
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विधायक से मांगा इस्तीफा
ग्रामीणों ने नारेबाजी में क्षेत्रीय विधायक के प्रति खासी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि विधायक को इस्तीफा देना होगा वह वन्य जीवों से बच्चों की सुरक्षा के लिए कुछ नहीं कर पा रहे हैं। दर्शन कठायत ने कहा कि विधायक सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं, उन्होंने कई बार इस्तीफा देने की धमकी भी दे दी है।
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गुलदार को ट्रैकूलाइज करने के लिए पांच टीमें बनाई गई हैं। एक टीम में पांच लोग शामिल किए गए हैं। शाम से अभियान शुरू कर दिया जाएगा।
-आरके ¨सह, डीएफओ, बागेश्वर