Move to Jagran APP

वादियों में गूंज गए कल्पना के सुर

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : उत्तरायणी मेले में गायिका कल्पना चौहान व चंद्रप्रभा के गानों पर रा

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 10:43 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 10:43 PM (IST)
वादियों में गूंज गए कल्पना के सुर
वादियों में गूंज गए कल्पना के सुर

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : उत्तरायणी मेले में गायिका कल्पना चौहान व चंद्रप्रभा के गानों पर रात भर लोग नाचते, झूमते दिखाई दिए। ठंड के बावजूद लोगों की भीड़ जुट रही है।

loksabha election banner

नुमाइशखेत मैदान में कल्पना चौहान के कुमाऊंनी गानों पर लोग जमकर थिरके। वह भी पब्लिक डिमांड पर गाना गाते हुए दिखाई दीं। इसके बाद गायिका चंद्रप्रभा ने ¨हदी गाना इंतहा हो गई इंतजार की, आई ना कुछ खबर मेरे यार की.. गाना गया। उनके पंजाबी गानों पर भी लोगों ने जमकर तालियां बजाई। गायक अमित सागर के गाने भी लोगों को खूब भाए। देर रात तक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन जारी रहा।

...........

बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की दी प्रस्तुति

-20बीएजीपी10

रविवार की दोपहर से स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की। काफी तादात में लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने मेला स्थल पर पहुंचे थे। बागनाथ म्यूजिकल ग्रुप, सुर संगम सांस्कृतिक मंच, मैलोडी आर्केस्टा पिथौरागढ़, जय पाथावार नंदागढ़ गैरसैण, लोक जागृति विकास समिति सोनला, चमोली ने अपनी प्रस्तुतियां दी।

............

मेले में पहुंचे 25 हजार लोग

बागेश्वर ऐतिहासिक, पौराणिक, सांस्कृतिक, व्यापारिक और राजनीतिक उत्तरायणी मेला पूरे चरम पर है। रविवार की छुट्टी होने से सरकारी अमला भी खरीदारी में जुटा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का जमकर लुत्फ उठाया। करीब 25 हजार लोग मेले में पहुंचे। हुई और व्यापारियों के चेहरे भी खिल उठे। रेडीमेट कपड़े, बर्तन और श्रृंगार के समान की अच्छी बिक्री होने का अनुमान है। रामपुर से आए रेडीमेड के व्यापारी करीम ने बताया कि तीन दिन तक सामान कम बिका लेकिन शनिवार से ग्राहक सिर्फ सामान खरीदने आ रहे हैं।

..........

मेले में किसानों के उत्पाद बने आकर्षण

उत्तरायणी मेले में स्थानीय काश्तकारों के उत्पाद भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। चार किलो का पपीता, पहाड़ी पिसी नूण, पहाड़ी सना नीबू, शामा की कीवी, बौड़ी के कास्तकार मोहन ¨सह का 11 किलो का कद्दू, लौकी, 7 किलो की गडेरी, पहाड़ी हल्दी, लाल मिर्च, बटन मशरूम आदि के स्टाल लोगों को खेती के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

............

खाद बनाने के दिए टिप्स

मेले में वर्मी कपोस्ट खाद बनाने की विधि भी बताई जा रही है। कच्चा गोबर, परंपरागत खाद और वर्मी कंपोस्ट खाद बनाकर स्टालों में रखी गई है। कृषि विभाग का पावर टीलर, पावर वीडर और जल पंप भी स्टालों की शोभा बढ़ा रहे हैं।

..........

बच्चों ने मचाई धूम

उत्तरायणी सांस्कृतिक मंच में दिनभर विभिन्न स्कूली बच्चों ने धूम मचाई। कुमाऊंनी, गढ़वाली, ¨हदी और पंजाबी गीतों पर छात्र-छात्राएं भी जमकर झूमे और दर्शकों ने जमकर उनकी तालियां बजाकर तारीफ की।

..............

सरकारी महकमा भी मेले में

रविवार की छुट्टी होने से सरकारी महकमे में तैनात लोग भी मेले में जुटे। एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी भी पूरे परिवार के साथ मेले में शामिल हुए। मौत का कुंआ, झूला आदि का लुत्फ उठाया। वहीं कलक्ट्रेट, तहसील, शिक्षा, कृषि, उद्यान समेत तमाम विभागों के अधिकारियों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया।

.................

¨पडर घाटी के उत्पादों की मची धूम

हंस फाउंडेशन एवं हिमालयन एक्शन रिसर्च सेंटर द्वारा संचालित एकीकृत ग्राम विकास परियोजना द्वारा संचालित कपकोट ब्लाक की ¨पडर घाटी के गांवों में उत्पादित राजमा, चौलाई, मल्टी ग्रेन आटा, मडुवा आटा, भांग दाना, शहद, जौ आटा, चौलाई आटा, ¨रगाल के उत्पादों की उत्तरायणी मेले में धूम मची है। संस्था के दलीप ¨सह कुलेगी, मार्के¨टग मैनेजर दलीप ¨सह दानू ने बताया कि दानपुर के गांवों के इन उत्पादों को लोग हाथों- हाथ ले रहे हैं।

............

मेले में आज

गायक गजेंद्र राणा, गायक नेहा कोरंगा, पूनम सती, रणजीत दफौटी नाइट रात 8 बजे से।

नुमाइशखेत मैदान में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम सुबह 11 बजे से।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.