मजबूत नीतियों के साथ जनांदोलन की आवश्यकता
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : शिक्षा पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में सार्वजनिक शिक्षा के गिरते
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : शिक्षा पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में सार्वजनिक शिक्षा के गिरते स्तर पर ¨चता व्यक्त की। विशेषज्ञों ने सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए जनांदोलन की आवश्यकता पर जोर दिया।
डायट में आयोजित शिक्षा पर राष्ट्रीय संगोष्ठी पर बोलते हुए मध्यप्रदेश की सामाजिक कार्यकर्ता लोकेश प्रकाश मालती ने कहा कि सरकारों की जिम्मेदारी है कि वह सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली के पक्ष में नीतियां बनाए व उसे मजबूत करें। यदि शिक्षा राज्य द्वारा पोषित व एक समान नही होगी तो समाज के विघटन के खतरे अधिक बढ़ेंगे और राष्ट्र की परिकल्पना कोरी साबित होगी। उन्होंने क्यूबा, अमेरिका, ब्रिटेन, फिनलैंड जैसे देशों का उदाहरण देते हुए कहा आíथक संकट से जूझने के बावजूद अपनी सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली से समझौता नही किया। डीएम रंजना राजगुरु ने कि सार्वजनिक शक्षा प्रणाली को प्रभावशाली बनाने के लिए सरकार के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को जमीनी स्तर पर उतारने पर जोर दिया। डायट के प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र धपोला ने सरकारी शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कामन स्कूल सिस्टम को लागू करने पर जोर दिया। इस अवसर पर प्रीति देवगन, अनिल कुमार, संजय कुमार, सचिन कुमार, दिनेश खेतवाल, एमएस रावत, कन्नु जोशी, बीसी पांडे, कामाक्षा मिश्रा, गो¨वद धपोला, लता आर्या, कमल चंद्र गहतोड़ी, यूसी उनियाल प्रशिक्षु मौजूद थे।